Difference between revisions of "पर्यटन"

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
(''''पर्यटन''' एक ऐसी यात्रा है जो [[मनोरंजनात्मक.|मनोरंज...' के साथ नया पन्ना बनाया)
 
Line 1: Line 1:
'''पर्यटन''' एक ऐसी [[यात्रा]] है जो [[मनोरंजनात्मक.|मनोरंजन]] ([[:en:recreational|recreational]]) या [[फुर्सत|फुरसत के क्षणों का आनंद]] उठाने के उद्देश्यों से की जाती है. [[विश्व पर्यटन संगठन]] के अनुसार '''पर्यटक''' वे लोग हैं जो "यात्रा करके अपने सामान्य वातावरण से बाहर के स्थानों में रहने जाते हैं, यह दौरा ज्यादा से ज्यादा एक साल के लिए मनोरंजन, व्यापार या अन्य उद्देश्यों से किया जाता है, यह उस स्थान पर किसी विशेष क्रिया से सम्बंधित नहीं होता है। पर्यटन दुनिया भर में एक आरामपूर्ण गतिविधि के रूप में लोकप्रिय हो गया है और एक व्यवसाय के रूप में विकसित हो रहा है। २००७ में , ९०३ मिलियन से अधिक अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों के आगमन के साथ, २००६ की तुलना में ६.६ % की वृद्धि दर्ज की गई। २००७ में अंतर्राष्ट्रीय पर्यटक प्राप्तियां [[अमरीकी डॉलर|USD]] ८५६ अरब थी।
+
'''पर्यटन''' एक ऐसी [[यात्रा]] है जो [[मनोरंजनात्मक.|मनोरंजन]] ([[:en:recreational|recreational]]) या फुरसत के क्षणों का आनंद उठाने के उद्देश्यों से की जाती है. [[विश्व पर्यटन संगठन]] के अनुसार '''पर्यटक''' वे लोग हैं जो "यात्रा करके अपने सामान्य वातावरण से बाहर के स्थानों में रहने जाते हैं, यह दौरा ज्यादा से ज्यादा एक साल के लिए मनोरंजन, व्यापार या अन्य उद्देश्यों से किया जाता है, यह उस स्थान पर किसी विशेष क्रिया से सम्बंधित नहीं होता है। पर्यटन दुनिया भर में एक आरामपूर्ण गतिविधि के रूप में लोकप्रिय हो गया है और एक व्यवसाय के रूप में विकसित हो रहा है। २००७ में , ९०३ मिलियन से अधिक अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों के आगमन के साथ, २००६ की तुलना में ६.६ % की वृद्धि दर्ज की गई। २००७ में अंतर्राष्ट्रीय पर्यटक प्राप्तियाँ [[अमरीकी डॉलर]] ८५६ अरब थी।
 
[[श्रेणी: मनोरंजन]]
 
[[श्रेणी: मनोरंजन]]
 
[[श्रेणी: व्यवसाय]]
 
[[श्रेणी: व्यवसाय]]

Revision as of 08:41, 9 June 2010

paryatan ek aisi yatra hai jo manoranjan (recreational) ya phurasat ke kshanoan ka anand uthane ke uddeshyoan se ki jati hai. vishv paryatan sangathan ke anusar paryatak ve log haian jo "yatra karake apane samany vatavaran se bahar ke sthanoan mean rahane jate haian, yah daura jyada se jyada ek sal ke lie manoranjan, vyapar ya any uddeshyoan se kiya jata hai, yah us sthan par kisi vishesh kriya se sambandhit nahian hota hai. paryatan duniya bhar mean ek aramapoorn gatividhi ke roop mean lokapriy ho gaya hai aur ek vyavasay ke roop mean vikasit ho raha hai. 2007 mean , 903 miliyan se adhik aantararashtriy paryatakoan ke agaman ke sath, 2006 ki tulana mean 6.6 % ki vriddhi darj ki gee. 2007 mean aantarrashtriy paryatak praptiyaan amariki d aaular 856 arab thi. shreni: manoranjan shreni: vyavasay