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- ...दि।<ref>रूप गोस्वामी ही वृजलीला की रूप मञ्जरी हैं।</ref> मञ्जरियों का राधा स्नेहाधिक्यमय स्थायी भाव 'भावोल्लासारति' कहलाता है। कृष्ण के प्रति उनकी रति उसका स ...115 KB (608 words) - 07:53, 7 November 2017
- 47 KB (377 words) - 10:16, 9 February 2021
- ...इतनी आशा नहीं की थी। आश्चर्य के साथ मैंने देखा कि वही है। वही स्वच्छ, सरल, स्नेहातुर, आनन्दमयी। वही जिसने मुझे किसी भी तरह श्मशान में नहीं जाने दिया और किसी ...165 KB (444 words) - 14:05, 9 May 2021