असकृत

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search

असकृत् (अव्य.) [नञ्‌ तत्पुरुष समास]

  • एक बार नहीं, बार-बार, बहुधा-असकृदेकरथेन तरस्विना[1]


समस्त पद-समाधिः-बार-बार चिंतन, मनन,-गर्भवासः (पुल्लिंग) बारंबार जन्म[2]


  1. REDIRECTसाँचा:इन्हें भी देखें


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. -रघु. 9/23, मेघ. 92, 93
  2. संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश |लेखक: वामन शिवराम आप्टे |प्रकाशक: कमल प्रकाशन, नई दिल्ली-110002 |पृष्ठ संख्या: 137 |

संबंधित लेख


वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज

                              अं                                                                                                       क्ष    त्र    ज्ञ             श्र   अः