प्रयोग:अश्वनी5: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
No edit summary
(पन्ने को खाली किया)
 
(22 intermediate revisions by 2 users not shown)
Line 1: Line 1:
{| width="100%"
|
{{हमारी आपकी}}
|-
|
{| width="51%" align="left" cellpadding="5" cellspacing="5"
|-
{{आज का दिन-06}}
|-


| class="headbg16" style="border:1px solid #B0B0FF; padding:10px; -moz-border-radius: 6px;-webkit-border-radius: 6px; border-radius: 6px;" valign="top" | <div style="padding-left:8px; background:#d2d2ff; border:thin solid #b5b5f6;">'''विशेष आलेख'''</div>
<div style="padding:3px">[[चित्र:Kolaz-Varanasi.jpg|right|botom|100px|वाराणसी के विभिन्न दृश्य |link=वाराणसी]]</div>
*<u>'''[[वाराणसी]]'''</u> के व्यापारी समुद्री व्यापार भी करते थे। [[काशी]] से समुद्र यात्रा के लिए नावें छूटती थीं।
*इस नगर के धनी व्यापारियों को व्यापार के उद्देश्य से समुद्र पार जाने का उल्लेख है। जातकों में भी व्यापार के उद्देश्य से बाहर जाने का उल्लेख मिलता है। एक जातक में उल्लेख है कि [[बनारस]] के व्यापारी [[दिशाकाक]] लेकर समुद्र यात्रा को गए थे। '''[[वाराणसी|.... और पढ़ें]]'''
----
<center>
{| style="margin:0; background:transparent" cellspacing="3"
|-
| '''पिछले विशेष आलेख →'''
| [[बाघ]] '''·'''
| [[हिन्दी]] '''·'''
| [[ब्रज]] '''·'''
| [[कोलकाता]]
|}</center>
|-
| class="headbg34" style="border:1px solid #a5d3f2; padding:10px; -moz-border-radius: 6px;-webkit-border-radius: 6px; border-radius: 6px;" valign="top" | <div style="padding-left:8px; background:#bfdff3; border:thin solid #a6d1eb;">'''एक पर्यटन स्थल'''</div>
<div style="padding:3px">[[चित्र:Khajuraho-Temples.jpg|right|100px|खजुराहो मंदिर|link=खजुराहो]]</div>
*'''[[खजुराहो]]''' की मूर्तियों की सबसे अहम और महत्त्वपूर्ण ख़ूबी यह है कि इनमें गति है, देखते रहिए तो लगता है कि शायद चल रही है या बस हिलने ही वाली है, या फिर लगता है कि शायद अभी कुछ बोलेगी, मस्कुराएगी, शर्माएगी या रूठ जाएगी।
*कमाल की बात तो यह है कि ये चेहरे के भाव और शरीर की भंगिमाऐं केवल स्त्री पुरुषों में ही नहीं बल्कि जानवरों में भी दिखाई देते हैं। '''[[खजुराहो|.... और पढ़ें]]'''
|-
| class="bg69" style="border:1px solid #dfc867;padding:10px; -moz-border-radius: 6px;-webkit-border-radius: 6px; border-radius: 6px;" valign="top" | <div style="padding-left:8px; background:#f9e89e; border:thin solid #dfc867;">'''ऐसा भी हुआ !!!'''</div>
* 20 हज़ार आबादी वाले एक नगर के लोगों दो हज़ार साल पहले ने स्वयं अपने नगर में आग लगा दी और अपनी स्त्रियों और बच्चों के साथ जलकर मर गए '''[[अगलस्सोई|.... और पढ़ें]]'''
*मांकड़ का अंदाज-ए-आउट बना नियम- ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध सिडनी टेस्ट में भारतीय गेंदबाज़ [[वीनू मांकड़]] ने विपक्षी बल्लेबाज को कुछ ऐसे आउट किया कि सब दंग रह गए। '''[[क्रिकेट#मांकड़ का अंदाज-ए-आउट बना नियम|... और पढ़ें]]'''
|-
| class="headbg43" style="border:1px solid #b1bcc3;padding:10px; -moz-border-radius: 6px;-webkit-border-radius: 6px; border-radius: 6px;" valign="top" | <div style="padding-left:8px; background:#b4bfc6; border:thin solid #b1bcc3;">'''[[सूक्ति और कहावत]]'''</div>
*जब मरने के बाद श्मशान में डाल दिए जाने पर सभी लोग समान रूप से पृथ्वी की गोद में सोते हैं, तब मूर्ख मानव इस संसार में क्यों एक दूसरे को ठगने की इच्छा करते हैं।  -'''[[वेदव्यास]]''' ([[महाभारत]], स्त्रीपर्व|4|18)
*हमारी उन्नति का एकमात्र उपाय यह है कि हम पहले वह कर्तव्य करें जो हमारे हाथ में है, और इस प्रकार धीरे–धीरे शक्ति संचय करते हुए क्रमशः हम सर्वोच्च अवस्था को प्राप्त कर सकते हैं। -'''[[स्वामी विवेकानन्द|विवेकानन्द]]''' (विवेकानन्द साहित्य, तृतीय खण्ड, पृ. 43)
*यह मनुष्य अन्तकाल में जिस-जिस भी भाव को स्मरण करता हुआ शरीर को त्याग करता है, वह उस-उस को ही प्राप्त होता हैं; क्योंकि वह सदा उसी भाव से भावित रहा है । '''- [[गीता|श्रीमद्भागवत गीता]]'''
*अनेक विद्याओं का अध्ययन करके भी जो समाज के साथ मिलकर आचरण्युक्त जीवन व्यतीत करना नहीं जानते, वे अज्ञानी ही समझे जायेंगे। - '''तिरुवल्लुवर (तिरुक्कुरल, 140)'''  '''[[सूक्ति और कहावत|.... और पढ़ें]]'''
|-
{{सामान्य ज्ञान-06}}
|}
{| width="49%" align="right" cellpadding="1" cellspacing="5"
|-
{{भारत कोश हलचल-06}}
|-
{{समाचार-चयनिका-06}}
|-
| class="bg69" style="border:1px solid #dfc867;padding:10px; -moz-border-radius: 6px;-webkit-border-radius: 6px; border-radius: 6px;" valign="top" | <div style="padding-left:8px; background:#f9e89e; border:thin solid #dfc867;">'''भूला-बिसरा भारत'''</div>
*पहले हर घर में होती थी पर आज शायद ही किसी घर में हो --- ''[[ओखली]]'' 
* पहले किसान खेत में पानी लगाने के लिये प्रयोग करते थे --- ''[[ढेकली]]''
* ऐसे ही कुछ भूली वस्तुओं के बारे में जानने के लिये देखें ---  ''[[.... और पढ़ें]]''
|-
| class="bg45" style="border:1px solid #d7d8ec;padding:10px; -moz-border-radius: 6px;-webkit-border-radius: 6px; border-radius: 6px;" valign="top" | <div style="padding-left:8px; background:#d2d2ff; border:thin solid #b5b5f6;">'''एक व्यक्तित्व'''</div>
<div style="padding:3px">[[चित्र:Satyajit-Ray.jpg|right|100px|सत्यजित राय|link=सत्यजित राय]] </div>
* '''[[सत्यजित राय]]''' मानद ऑस्कर अवॉर्ड, [[भारत रत्न]] के अतिरिक्त [[पद्म श्री]] (1958), [[पद्म भूषण]] (1965), [[पद्म विभूषण]] (1976) और रमन मैगसेसे पुरस्कार (1967) से सम्मानित हैं।
*विश्व सिनेमा के पितामह माने जाने वाले महान निर्देशक अकीरा कुरोसावा ने राय के लिए कहा था "सत्यजित राय के बिना सिनेमा जगत वैसा ही है जैसे सूरज-चाँद के बिना आसमान" '''[[सत्यजित राय|.... और पढ़ें]]'''
----
<center>
{| style="margin:0; background:transparent" cellspacing="3"
|-
| '''पिछले लेख →'''
| [[सरोजिनी नायडू]] '''·'''
| [[रबीन्द्रनाथ ठाकुर]]
|}
</center>
|-
{{मुख्य चयनित चित्र-06}}
|}
|-
|
{{प्रचार}}
|-
|
{{कोश}}
|}
__INDEX__ __NOTOC__ __NOEDITSECTION__

Latest revision as of 14:37, 14 May 2011