User:रूबी/अभ्यास 2: Difference between revisions

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उस्ताद अलाउद्दीन ख़ाँ संगीत एवं कला अकादमी, [[मध्यप्रदेश]] संस्कृति परिषद्, भोपाल द्वारा वर्ष 2010-2011 के लिए उस्ताद अब्दुल लतीफ ख़ाँ की स्मृति में स्थापित लतीफ ख़ाँ सम्मान देश के सुप्रसिद्ध रूद्रवीणा वादक उस्ताद असद अली ख़ाँ को प्रदान किया।


उस्ताद असद अली ख़ाँ का जन्म 1937 में [[अलवर]], [[राजस्थान]] में हुआ था। संगीत की प्रारंभिक शिक्षा रामपुर दरबारी के संगीतज्ञ अपने पिता उस्ताद सादिक अली ख़ाँ बीनकर से ग्रहण की। वे संगीत की प्राचीनतम शैली ध्रुपद की खण्डार बानी विधा के वर्तमान में एक मात्र संरक्षक हैं। उन्हें वर्ष 2008 में भारत सरकार द्वारा पद्मभूषण, वर्ष 1994 में मध्यप्रदेश शासन द्वारा तानसेन सम्मान तथा संगीत नाटक अकादमी सम्मान आदि से विभूषित किया जा चुका है। श्री असद अली ख़ाँ आकाशवाणी और दूरदर्शन के उच्च श्रेणी के कलाकार है।
संस्कृति मंत्री श्री लक्ष्मीकांत शर्मा ने आज यहॉ अपने निवास पर देश के सुप्रसिद्ध रूद्रवीणा वादक उस्ताद असद अली ख़ाँ को लतीफ ख़ाँ सम्मान से सम्मानित किया। सम्म्मान के अन्तर्गत 51 हजार रुपये की नगद राशि, सम्मान पट्टिका तथा शॉल एवं श्रीफल भेंट किया गया।
संस्कृति मंत्री ने इस अवसर पर अगले वर्ष से लतीफ ख़ाँ सम्मान की राशि 51 हजार से बढ़ाकर 1 लाख रुपये करने की घोषणा की। यह सम्मान उस्ताद अलाउद्दीन ख़ाँ संगीत एवं कला अकादमी मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद द्वारा स्थापित किया गया है। संस्कृति मंत्री ने अपने सम्बोधन में कहा कि रूद्रवीणा जैसे दुर्लभ वाद्य में उस्ताद असद अली ख़ाँ ने जो महारत हासिल की है, वह अद्वितीय है। उन्होंने कहा कि उस्ताद लतीफ ख़ाँ जैसी महान विभूति के नाम से सम्मान स्थापित कर राज्य शासन ने अपना कर्तव्य पूरा किया है और इस सम्मान से उस्ताद असद अली ख़ाँ को सम्मानित कर शासन गौरवान्वित है।
अपने सम्मान के प्रति उत्तर में उस्ताद असद अली ख़ाँ ने कहा कि मध्यप्रदेश शासन का सम्मान प्राप्त कर वें अभिभूत है। उन्होंने रूद्रवीणा जैसे दुर्लभ वाद्य की बारीकियों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उनकी कोशिश है कि इस वाद्य के प्रति युवाओं में रूचि जागृत हो। उस्ताद अलीउद्दीन ख़ाँ संगीत कला अकादमी के निर्देशक श्री उल्हास तेलंग ने प्रशस्ति पत्र का वाचन किया। इस अवसर पर संस्कृति संचालक श्री श्रीराम तिवारी और गणमान्य लोग उपस्थित थे।
परिचय
उस्ताद असद अली ख़ाँ जन्म 1937 में अलवर, राजस्थान में हुआ। संगीत की प्रारंभिक शिक्षा रामपुर दरबारी के संगीतज्ञ अपने पिता उस्ताद सादिक अली ख़ाँ बीनकर से ग्रहण की। वे संगीत की प्राचीनतम शैली ध्रुपद की खण्डार बानी विधा के वर्तमान में एक मात्र संरक्षक हैं। उन्हें वर्ष 2008 में भारत सरकार द्वारा पद्मभूषण, वर्ष 1994 में मध्यप्रदेश शासन द्वारा तानसेन सम्मान तथा संगीत नाटक अकादमी सम्मान आदि से विभूषित किया जा चुका है। श्री असद अली ख़ाँ आकाशवाणी और दूरदर्शन के उच्च श्रेणी के कलाकार है।
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