सोनाडी भेड़: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
No edit summary |
No edit summary |
||
Line 1: | Line 1: | ||
'''सोनाडी भेड़''' [[राजस्थान]] में [[बाँसवाड़ा]], [[भीलवाड़ा]], [[डूँगरपुर]], [[उदयपुर] और [[चित्तौड़गढ़]] आदि ज़िलों में पाई जाती है। इस भेड़ की मुख्य पहचान यह है कि इसके कान बहुत लम्बे होते हैं। | '''सोनाडी भेड़''' [[राजस्थान]] में [[बाँसवाड़ा]], [[भीलवाड़ा]], [[डूँगरपुर]], [[उदयपुर]] और [[चित्तौड़गढ़]] आदि ज़िलों में पाई जाती है। इस भेड़ की मुख्य पहचान यह है कि इसके कान बहुत लम्बे होते हैं। | ||
*इस नस्ल की भेड़ ज़मीन पर जब घास चरती है तो इसके कान ज़मीन को स्पर्ष करते हैं। | *इस नस्ल की भेड़ ज़मीन पर जब घास चरती है तो इसके कान ज़मीन को स्पर्ष करते हैं। |
Latest revision as of 08:16, 14 May 2014
सोनाडी भेड़ राजस्थान में बाँसवाड़ा, भीलवाड़ा, डूँगरपुर, उदयपुर और चित्तौड़गढ़ आदि ज़िलों में पाई जाती है। इस भेड़ की मुख्य पहचान यह है कि इसके कान बहुत लम्बे होते हैं।
- इस नस्ल की भेड़ ज़मीन पर जब घास चरती है तो इसके कान ज़मीन को स्पर्ष करते हैं।
- यह भेड़ शरीर में सबसे भारी होती है और इसका वजन 45-50 किलोग्राम तक होता है।
- सोनाडी भेड़ मुख्य रूप से मांस के लिए पाली जाती हैं।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
संबंधित लेख