राष्ट्रीय धरोहर स्मारक: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
m (Text replace - "{{लेख प्रगति" to "{{प्रचार}} {{लेख प्रगति")
m (Text replace - "स्त्रोत" to "स्रोत")
 
(One intermediate revision by the same user not shown)
Line 4: Line 4:
'''<u>ब्रिटिश कालीन स्मारक होंगे राष्ट्रीय धरोहर</u>'''
'''<u>ब्रिटिश कालीन स्मारक होंगे राष्ट्रीय धरोहर</u>'''


ब्रिटिश काल में छावनी क्षेत्र में बनाए गए ऐतिहासिक स्थल अब राष्ट्रीय धरोहर माने जाएंगे। केंद्र सरकार ने ये आदेश जारी किए हैं कि स्मारकों को चिह्नित करने के बाद इनके संरक्षण और बेहतर रखरखाव की व्यवस्था की जाएगी। छावनी के सैन्य एवं सिविल क्षेत्र की संपत्तियों का संरक्षण रक्षा संपदा विभाग करता है, जिसके चलते छावनी में मौजूद कई ऐतिहासिक धरोंहरों का संरक्षण नहीं हो पा रहा था। इनके संरक्षण की एक याचिका कोर्ट में दाख़िल की गई थी। इसी के बाद रक्षा मंत्रालय ने देश की समस्त 62 छावनियों को एक माह में ऐसे स्थानों एव इमारतों को तलाशने के आदेश दिए हैं, जिनका संबंध प्राचीन एवं ब्रिटिश कालीन इतिहास से रहा हो। [[आगरा]] छावनी बोर्ड द्वारा इस संबंध में स्मारकों के चिह्नीकरण की तैयारी शुरु कर दी गई है। सीईओ संजीव कुमार ने बताया कि इनका विवरण जुटाने के लिए स्टेशन कमांडर एवं डीईओ से संपर्क किया गया है...
ब्रिटिश काल में छावनी क्षेत्र में बनाए गए ऐतिहासिक स्थल अब राष्ट्रीय धरोहर माने जाएंगे। केंद्र सरकार ने ये आदेश जारी किए हैं कि स्मारकों को चिह्नित करने के बाद इनके संरक्षण और बेहतर रखरखाव की व्यवस्था की जाएगी। छावनी के सैन्य एवं सिविल क्षेत्र की संपत्तियों का संरक्षण रक्षा संपदा विभाग करता है, जिसके चलते छावनी में मौजूद कई ऐतिहासिक धरोंहरों का संरक्षण नहीं हो पा रहा था। इनके संरक्षण की एक याचिका कोर्ट में दाख़िल की गई थी। इसी के बाद रक्षा मंत्रालय ने देश की समस्त 62 छावनियों को एक माह में ऐसे स्थानों एव इमारतों को तलाशने के आदेश दिए हैं, जिनका संबंध प्राचीन एवं ब्रिटिश कालीन इतिहास से रहा हो। [[आगरा]] छावनी बोर्ड द्वारा इस संबंध में स्मारकों के चिह्नीकरण की तैयारी शुरू कर दी गई है। सीईओ संजीव कुमार ने बताया कि इनका विवरण जुटाने के लिए स्टेशन कमांडर एवं डीईओ से संपर्क किया गया है...


====<u>समाचार को विभिन्न स्त्रोतों पर पढ़ें</u>====
====<u>समाचार को विभिन्न स्रोतों पर पढ़ें</u>====
*[http://www.patrika.com/news.aspx?id=466949 पत्रिका]
*[http://www.patrika.com/news.aspx?id=466949 पत्रिका]
*[http://in.jagran.yahoo.com/epaper/article/index.php?choice=show_article&location=12&Ep_relation=4&Ep_edition=2010-11-12&articleid=95840372473848 याहू जागरण]
*[http://in.jagran.yahoo.com/epaper/article/index.php?choice=show_article&location=12&Ep_relation=4&Ep_edition=2010-11-12&articleid=95840372473848 याहू जागरण]

Latest revision as of 13:26, 12 July 2011

32px यह पन्ना राष्ट्रीय धरोहर स्मारक लेख के संबंध में प्रकाशित समाचार ही दर्शाता है। इस प्रकार के समाचार भारतकोश पर अनेक लेखों के शीर्षक चुनने में सहायक होते हैं। यह लेख की आधार अवस्था है। इसे प्रगति की ओर ले जाने का कार्य प्रारम्भ किया जाना है। आप भी इसमें सहायता कर सकते हैं।

समाचार

शुक्रवार, 12 नवंबर, 2010

ब्रिटिश कालीन स्मारक होंगे राष्ट्रीय धरोहर

ब्रिटिश काल में छावनी क्षेत्र में बनाए गए ऐतिहासिक स्थल अब राष्ट्रीय धरोहर माने जाएंगे। केंद्र सरकार ने ये आदेश जारी किए हैं कि स्मारकों को चिह्नित करने के बाद इनके संरक्षण और बेहतर रखरखाव की व्यवस्था की जाएगी। छावनी के सैन्य एवं सिविल क्षेत्र की संपत्तियों का संरक्षण रक्षा संपदा विभाग करता है, जिसके चलते छावनी में मौजूद कई ऐतिहासिक धरोंहरों का संरक्षण नहीं हो पा रहा था। इनके संरक्षण की एक याचिका कोर्ट में दाख़िल की गई थी। इसी के बाद रक्षा मंत्रालय ने देश की समस्त 62 छावनियों को एक माह में ऐसे स्थानों एव इमारतों को तलाशने के आदेश दिए हैं, जिनका संबंध प्राचीन एवं ब्रिटिश कालीन इतिहास से रहा हो। आगरा छावनी बोर्ड द्वारा इस संबंध में स्मारकों के चिह्नीकरण की तैयारी शुरू कर दी गई है। सीईओ संजीव कुमार ने बताया कि इनका विवरण जुटाने के लिए स्टेशन कमांडर एवं डीईओ से संपर्क किया गया है...

समाचार को विभिन्न स्रोतों पर पढ़ें


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध