डेनिश ईस्ट इंडिया कम्पनी: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
व्यवस्थापन (talk | contribs) m (Text replace - "==टीका टिप्पणी और संदर्भ==" to "{{संदर्भ ग्रंथ}} ==टीका टिप्पणी और संदर्भ==") |
व्यवस्थापन (talk | contribs) m (Text replace - "{{लेख प्रगति |आधार=आधार1 |प्रारम्भिक= |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}" to "{{लेख प्रगति |आधार= |प्रारम्भि�) |
||
(3 intermediate revisions by 2 users not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
*डेनिश ईस्ट इंडिया कम्पनी 1616 ई. में स्थापित हुई। | *डेनिश ईस्ट इंडिया कम्पनी 1616 ई. में स्थापित हुई। | ||
*डेनिश ईस्ट इंडिया कम्पनी ने 1620 ई. में [[भारत]] के पूर्वी समुद्र तट पर त्रंक्वेबार में अपनी पहली व्यापारिक कोठी स्थापित की। | *डेनिश ईस्ट इंडिया कम्पनी ने 1620 ई. में [[भारत]] के पूर्वी समुद्र तट पर त्रंक्वेबार में अपनी पहली व्यापारिक कोठी स्थापित की। | ||
*1755 ई. में डेनिश ईस्ट इंडिया कम्पनी ने [[अखण्डित बंगाल|बंगाल]] में [[श्रीरामपुर]] में अपनी बस्ती स्थापित की, किन्तु डेनिश ईस्ट कम्पनी कभी पनप ही | *1755 ई. में डेनिश ईस्ट इंडिया कम्पनी ने [[अखण्डित बंगाल|बंगाल]] में [[श्रीरामपुर]] में अपनी बस्ती स्थापित की, किन्तु डेनिश ईस्ट कम्पनी कभी पनप ही नहीं सकी और 1845 ई. में उसने अपनी कोठियाँ [[ब्रिटिश साम्राज्य|ब्रिटिश]] सरकार को बेच दी।<ref>पुस्तक 'भारतीय इतिहास कोश') पृष्ठ संख्या-184</ref> | ||
{{प्रचार}} | {{प्रचार}} | ||
{{लेख प्रगति | {{लेख प्रगति |आधार= |प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }} | ||
|आधार= | |||
|प्रारम्भिक= | |||
|माध्यमिक= | |||
|पूर्णता= | |||
|शोध= | |||
}} | |||
{{संदर्भ ग्रंथ}} | {{संदर्भ ग्रंथ}} | ||
==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ||
<references/> | <references/> | ||
[[Category:इतिहास कोश]] | [[Category:इतिहास कोश]] | ||
[[Category: | [[Category:औपनिवेशिक_काल]] | ||
__INDEX__ | __INDEX__ |
Latest revision as of 07:27, 27 July 2012
- डेनिश ईस्ट इंडिया कम्पनी 1616 ई. में स्थापित हुई।
- डेनिश ईस्ट इंडिया कम्पनी ने 1620 ई. में भारत के पूर्वी समुद्र तट पर त्रंक्वेबार में अपनी पहली व्यापारिक कोठी स्थापित की।
- 1755 ई. में डेनिश ईस्ट इंडिया कम्पनी ने बंगाल में श्रीरामपुर में अपनी बस्ती स्थापित की, किन्तु डेनिश ईस्ट कम्पनी कभी पनप ही नहीं सकी और 1845 ई. में उसने अपनी कोठियाँ ब्रिटिश सरकार को बेच दी।[1]
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ पुस्तक 'भारतीय इतिहास कोश') पृष्ठ संख्या-184