कुम्भकोणम: Difference between revisions
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*यहाँ के सारंगपणि, कुम्भेश्वर, नागेश्वर और रामास्वामी के मन्दिर विशेष | *यहाँ के सारंगपणि, कुम्भेश्वर, नागेश्वर और रामास्वामी के मन्दिर विशेष रूप से उल्लेखनीय हैं। | ||
*वैष्णव मत में सारंगपाणि [[विष्णु]] के विशिष्ट अवतार माने जाते हैं। | *वैष्णव मत में सारंगपाणि [[विष्णु]] के विशिष्ट अवतार माने जाते हैं। | ||
*नागेश्वर मन्दिर में सूर्य का पृथक | *नागेश्वर मन्दिर में सूर्य का पृथक रूप से मन्दिर बनाया गया है। | ||
*रामास्वामी का मन्दिर मध्यकाल के किसी राजा ने 16वीं शताब्दी में बनाया था। | *रामास्वामी का मन्दिर मध्यकाल के किसी राजा ने 16वीं शताब्दी में बनाया था। | ||
Revision as of 11:27, 11 January 2011
- तमिलनाडु प्रदेश में कावेरी नदी के तट पर मायावरम से बीस मील दूर स्थित यह प्राचीन नगर शिक्षा का एक महान केन्द्र था।
- यहाँ के सारंगपणि, कुम्भेश्वर, नागेश्वर और रामास्वामी के मन्दिर विशेष रूप से उल्लेखनीय हैं।
- वैष्णव मत में सारंगपाणि विष्णु के विशिष्ट अवतार माने जाते हैं।
- नागेश्वर मन्दिर में सूर्य का पृथक रूप से मन्दिर बनाया गया है।
- रामास्वामी का मन्दिर मध्यकाल के किसी राजा ने 16वीं शताब्दी में बनाया था।
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