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{ यह कौनसा [[भारत के पुष्प|पुष्प]] है? <br />
{ यह कौन-सा [[भारत के पुष्प|पुष्प]] है? <br />
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|| शिव की मूर्ति 65 फीटर ऊँची है। इस मूर्ति में भगवान शिव पदमासन की अवस्था में विराजमान है। इस मूर्ति की पृष्ठभूमि में [[कैलाश पर्वत]], भगवान शिव का निवास स्थल तथा प्रवाहित हो रही [[गंगा नदी]] है।  
|| शिव की मूर्ति 65 फीटर ऊँची है। इस मूर्ति में भगवान शिव पदमासन की अवस्था में विराजमान है। इस मूर्ति की पृष्ठभूमि में [[कैलाश पर्वत]], भगवान शिव का निवास स्थल तथा प्रवाहित हो रही [[गंगा नदी]] है।  


{ यह [[चण्‍डीगढ़]] का कौन सा गार्डन है? <br />
{ यह [[चण्‍डीगढ़]] का कौन-सा गार्डन है? <br />
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|| रॉक गार्डन एक व्यक्ति के एकल प्रयास का अनुपम और उत्कृष्ट नमूना है, जो दुनिया भर में अपने अनूठे उपक्रम के लिए बहुत सराहा गया है। रॉक गार्डन के निर्माता नेकचंद एक कर्मचारी थे जो दिन भर साइकिल पर बेकार पड़ी ट्यूब लाइट्स, टूटी-फूटी चूडि़यों, प्लेट, चीनी के कप, फ्लश की सीट, बोतल के ढक्कन व किसी भी बेकार फेंकी गई वस्तुओं को बीनते रहते और उन्हें यहाँ सेक्टर एक में इकट्ठा करते रहते। {{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[चण्‍डीगढ़]]   
|| रॉक गार्डन एक व्यक्ति के एकल प्रयास का अनुपम और उत्कृष्ट नमूना है, जो दुनिया भर में अपने अनूठे उपक्रम के लिए बहुत सराहा गया है। रॉक गार्डन के निर्माता नेकचंद एक कर्मचारी थे जो दिन भर साइकिल पर बेकार पड़ी ट्यूब लाइट्स, टूटी-फूटी चूडि़यों, प्लेट, चीनी के कप, फ्लश की सीट, बोतल के ढक्कन व किसी भी बेकार फेंकी गई वस्तुओं को बीनते रहते और उन्हें यहाँ सेक्टर एक में इकट्ठा करते रहते। {{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[चण्‍डीगढ़]]   


{ यह कौन सा शहर है? <br />
{ यह कौन-सा शहर है? <br />
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|| मुम्बई शहर, भूतपूर्व बंबई, [[महाराष्ट्र]] राज्य की राजधानी है। यह दक्षिण-पश्चिम [[भारत]] देश का वित्तीय व वाणिज्यिक केंद्र और [[अरब सागर]] में स्थित प्रमुख बंदरगाह है। मुम्बई दुनिया के विशालतम व सबसे घनी आबादी वाले शहरों में से एक है। {{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[मुम्बई]]   
|| मुम्बई शहर, भूतपूर्व बंबई, [[महाराष्ट्र]] राज्य की राजधानी है। यह दक्षिण-पश्चिम [[भारत]] देश का वित्तीय व वाणिज्यिक केंद्र और [[अरब सागर]] में स्थित प्रमुख बंदरगाह है। मुम्बई दुनिया के विशालतम व सबसे घनी आबादी वाले शहरों में से एक है। {{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[मुम्बई]]   


{ यह कौन सा मन्दिर है? <br />
{ यह कौन-सा मन्दिर है? <br />
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|| श्री विश्वेश्वर ज्योतिर्लिंग [[उत्तर प्रदेश]] के [[वाराणसी]] जनपद के [[काशी]] नगर में अवस्थित है। कहते हैं, काशी तीनों लोकों में न्यारी नगरी है, जो भगवान [[शिव]] के त्रिशूल पर विराजती है। इसे आनन्दवन, आनन्दकानन, अविमुक्त क्षेत्र तथा काशी आदि अनेक नामों से स्मरण किया गया है। काशी साक्षात सर्वतीर्थमयी, सर्वसन्तापहरिणी तथा मुक्तिदायिनी नगरी है। निराकर महेश्वर ही यहाँ भूतभावना भोलानाथ श्री विश्वनाथ के रूप में साक्षात अवस्थित हैं। {{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[विश्वनाथ मन्दिर]]   
|| श्री विश्वेश्वर ज्योतिर्लिंग [[उत्तर प्रदेश]] के [[वाराणसी]] जनपद के [[काशी]] नगर में अवस्थित है। कहते हैं, काशी तीनों लोकों में न्यारी नगरी है, जो भगवान [[शिव]] के त्रिशूल पर विराजती है। इसे आनन्दवन, आनन्दकानन, अविमुक्त क्षेत्र तथा काशी आदि अनेक नामों से स्मरण किया गया है। काशी साक्षात सर्वतीर्थमयी, सर्वसन्तापहरिणी तथा मुक्तिदायिनी नगरी है। निराकर महेश्वर ही यहाँ भूतभावना भोलानाथ श्री विश्वनाथ के रूप में साक्षात अवस्थित हैं। {{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[विश्वनाथ मन्दिर]]   


{ यह कौनसा नृत्य है? <br />
{ यह कौन-सा नृत्य है? <br />
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|| [[शास्त्रीय नृत्य]] में कथक का नृत्‍य रूप 100 से अधिक घुंघरु‍ओं को पैरों में बांध कर तालबद्ध पदचाप, विहंगम चक्‍कर द्वारा पहचाना जाता है और हिन्दू धार्मिक कथाओं के अलावा पर्शियन और उर्दू कविता से ली गई विषय वस्‍तुओं का नाटकीय प्रस्‍तुतीकरण किया जाता है। कथक का जन्‍म उत्तर में हुआ किन्‍तु पर्शियन और मुस्लिम प्रभाव से यह मंदिर की रीति से दरबारी मनोरंजन तक पहुंच गया। {{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[कथक नृत्य]]   
|| [[शास्त्रीय नृत्य]] में कथक का नृत्‍य रूप 100 से अधिक घुंघरु‍ओं को पैरों में बांध कर तालबद्ध पदचाप, विहंगम चक्‍कर द्वारा पहचाना जाता है और हिन्दू धार्मिक कथाओं के अलावा पर्शियन और उर्दू कविता से ली गई विषय वस्‍तुओं का नाटकीय प्रस्‍तुतीकरण किया जाता है। कथक का जन्‍म उत्तर में हुआ किन्‍तु पर्शियन और मुस्लिम प्रभाव से यह मंदिर की रीति से दरबारी मनोरंजन तक पहुंच गया। {{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[कथक नृत्य]]   


{ यह [[संगीत]] का कौनसा [[वाद्य यंत्र]] है? <br />
{ यह [[संगीत]] का कौन-सा [[वाद्य यंत्र]] है? <br />
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|| ग़ालिब का जन्म [[आगरा]], [[उत्तर प्रदेश]] में एक सम्पन्न परिवार में हुआ था। उनका पूरा नाम 'मिर्ज़ा असदुल्ला बेग़ ख़ान 'ग़ालिब' था। बाद में वे [[दिल्ली]] में बस गए थे। 13 वर्ष की उम्र में उनका विवाह उमरो बेगम से हुआ था। ग़ालिब ऐशो-आराम की ज़िंदग़ी व्यतीत करते थे। अपव्ययी होने के कारण वे कर्ज़ में डूबे रहते थे। उनके जीवन का उत्तरार्ध बड़ी विपन्नता में बीता था। {{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[मिर्ज़ा ग़ालिब]]   
|| ग़ालिब का जन्म [[आगरा]], [[उत्तर प्रदेश]] में एक सम्पन्न परिवार में हुआ था। उनका पूरा नाम 'मिर्ज़ा असदुल्ला बेग़ ख़ान 'ग़ालिब' था। बाद में वे [[दिल्ली]] में बस गए थे। 13 वर्ष की उम्र में उनका विवाह उमरो बेगम से हुआ था। ग़ालिब ऐशो-आराम की ज़िंदग़ी व्यतीत करते थे। अपव्ययी होने के कारण वे कर्ज़ में डूबे रहते थे। उनके जीवन का उत्तरार्ध बड़ी विपन्नता में बीता था। {{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[मिर्ज़ा ग़ालिब]]   


{ यह कौनसा क़िला है? <br />
{ यह कौन-सा क़िला है? <br />
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|| [[जयपुर]] शहर, [[राजस्थान]] की राजधानी से 11 किलोमिटर दूर [[अरावली पर्वतमाला]] पर स्थित आमेर का क़िला [[राजपूत]] वास्‍तुकला का अद़भुत उदाहरण है। आमेर का क़िला [[दिल्ली]] - जयपुर राजमार्ग की जंगली पहाडियों के बीच अपनी विशाल प्राचीरों सहित नीचे माओटा झील के पानी में छवि दिखाता खड़ा हुआ है। {{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[आमेर का क़िला जयपुर]]   
|| [[जयपुर]] शहर, [[राजस्थान]] की राजधानी से 11 किलोमिटर दूर [[अरावली पर्वतमाला]] पर स्थित आमेर का क़िला [[राजपूत]] वास्‍तुकला का अद़भुत उदाहरण है। आमेर का क़िला [[दिल्ली]] - जयपुर राजमार्ग की जंगली पहाडियों के बीच अपनी विशाल प्राचीरों सहित नीचे माओटा झील के पानी में छवि दिखाता खड़ा हुआ है। {{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[आमेर का क़िला जयपुर]]   


{ यह कौनसी गुफ़ाएँ हैं? <br />
{ यह कौन-सी गुफ़ाएँ हैं? <br />
[[चित्र:Elephanta-Caves-Mumbai.jpg|link=प्रयोग:फ़ौज़िया5|300px]]
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|| एलिफेंटा की गुफाएँ [[मुंबई]] से 11 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। एलिफेंटा की गुफाएँ मुम्‍बई महानगर के पास स्थित पर्यटकों का एक बड़ा आकर्षण केन्‍द्र हैं। इन गुफाओं को घारापुरी के पुराने नाम से जाना जाता है जो कोंकणी मौर्य की द्वीप राजधानी थी। {{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[एलिफेंटा की गुफाएँ]]   
|| एलिफेंटा की गुफाएँ [[मुंबई]] से 11 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। एलिफेंटा की गुफाएँ मुम्‍बई महानगर के पास स्थित पर्यटकों का एक बड़ा आकर्षण केन्‍द्र हैं। इन गुफाओं को घारापुरी के पुराने नाम से जाना जाता है जो कोंकणी मौर्य की द्वीप राजधानी थी। {{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[एलिफेंटा की गुफाएँ]]   


{ यह कौन सी इमारत है? <br />
{ यह कौन-सी इमारत है? <br />
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- [[राष्ट्रीय संग्रहालय दिल्ली|राष्ट्रीय संग्रहालय]]
- [[राष्ट्रीय संग्रहालय दिल्ली|राष्ट्रीय संग्रहालय]]


{ यह कौनसा क़िला है? <br />
{ यह कौन-सा क़िला है? <br />
[[चित्र:Sonar-Fort-Jaisalmer-1.jpg|link=प्रयोग:फ़ौज़िया5|600px]]
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|| कबूतर एक शांत स्वभाव वाला पक्षी है। कबूतर सभी स्थानों पर भिन्न-भिन्न आकृति वाले होते हैं। कोलंबिडी कुल (गण कोलंबीफॉर्मीज़) की कई सौ प्रजातियों के पक्षियों में से एक छोटे आकार वाले पक्षियों को फ़ाख्ता या कपोत और बड़े को कबूतर कहते हैं। इसका एक अपवाद सफ़ेद घरेलू कबूतर है, जिसे 'शांति कपोत' कहते हैं। कबूतर ठंडे इलाक़ों और दूरदराज़ के द्वीपों को छोड़कर लगभग पूरी दुनिया में पाए जाते हैं। {{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[कबूतर]]   
|| कबूतर एक शांत स्वभाव वाला पक्षी है। कबूतर सभी स्थानों पर भिन्न-भिन्न आकृति वाले होते हैं। कोलंबिडी कुल (गण कोलंबीफॉर्मीज़) की कई सौ प्रजातियों के पक्षियों में से एक छोटे आकार वाले पक्षियों को फ़ाख्ता या कपोत और बड़े को कबूतर कहते हैं। इसका एक अपवाद सफ़ेद घरेलू कबूतर है, जिसे 'शांति कपोत' कहते हैं। कबूतर ठंडे इलाक़ों और दूरदराज़ के द्वीपों को छोड़कर लगभग पूरी दुनिया में पाए जाते हैं। {{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:- [[कबूतर]]   


{ यह कौन सा जीव है? <br />
{ यह कौन-सा जीव है? <br />
[[चित्र:Lion-Gir-Forest-National-Park-2.jpg|link=प्रयोग:फ़ौज़िया5|300px]]
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Revision as of 06:31, 1 March 2011

3 यह चण्‍डीगढ़ का कौन-सा गार्डन है?
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रॉक गार्डन
पिंजौर गार्डन
रोज़ गार्डन
बॉटेनिकल गार्डेन

12 यह कौन-सी इमारत है?
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उच्चतम न्यायालय
संसद भवन
राष्ट्रपति भवन
राष्ट्रीय संग्रहालय

16 इस पक्षी का नाम क्या है?
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कबूतर
ग्रेलैग हंस
गौरैया
बुलबुल

17 यह कौन-सा जीव है?
link=प्रयोग:फ़ौज़िया5|300px

सिंह
बाघ
सिंहनी
तेंदुआ