संयमन तीर्थ मथुरा: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
No edit summary |
No edit summary |
||
Line 2: | Line 2: | ||
तत: संयमनं नाम तीर्थं त्रैलोक्यविश्रुतम् ।<br /> | तत: संयमनं नाम तीर्थं त्रैलोक्यविश्रुतम् ।<br /> | ||
तत्र स्नातो नरो देवि ! मम लोकं स गच्छति ।।<br /> | तत्र स्नातो नरो देवि ! मम लोकं स गच्छति ।।<br /> | ||
इसका वर्त्तमान नाम | इसका वर्त्तमान नाम '''स्वामी घाट''' है । किसी–किसी का कहना है कि महाराज [[वसुदेव]] ने नवजात शिशु [[कृष्ण]] को गोदी में लेकर यहीं से [[यमुना]] पार की थी । यहाँ स्नान करने पर भगवद् धाम की प्राप्ति होती है । | ||
<br /> | <br /> | ||
==अन्य लिंक== | ==अन्य लिंक== |
Revision as of 13:37, 15 April 2010
संयमन तीर्थ / Sanyman Tirth
तत: संयमनं नाम तीर्थं त्रैलोक्यविश्रुतम् ।
तत्र स्नातो नरो देवि ! मम लोकं स गच्छति ।।
इसका वर्त्तमान नाम स्वामी घाट है । किसी–किसी का कहना है कि महाराज वसुदेव ने नवजात शिशु कृष्ण को गोदी में लेकर यहीं से यमुना पार की थी । यहाँ स्नान करने पर भगवद् धाम की प्राप्ति होती है ।