भावसेन त्रैविद्य: Difference between revisions

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'''आचार्य भावसेन त्रैविद्य / Acharya Bhavsen traividh'''
'''आचार्य भावसेन त्रैविद्य'''<br />
 
*ये वि. सं. 12वीं, 13वीं शताब्दी के जैन नैयायिक हैं।  
*ये वि. सं. 12वीं, 13वीं शताब्दी के जैन नैयायिक हैं।  
*इनकी उपलब्ध एकमात्र कृति 'विश्वतत्त्वप्रकाश' है।  
*इनकी उपलब्ध एकमात्र कृति 'विश्वतत्त्वप्रकाश' है।  

Revision as of 10:20, 16 May 2010

आचार्य भावसेन त्रैविद्य

  • ये वि. सं. 12वीं, 13वीं शताब्दी के जैन नैयायिक हैं।
  • इनकी उपलब्ध एकमात्र कृति 'विश्वतत्त्वप्रकाश' है।
  • इसका प्रकाशन जीवराज जैन ग्रन्थमाला, सोलापुर से हो चुका है।
  • यह बृहद ग्रन्थ महत्त्वपूर्ण और बोधप्रद है।