बी. आर. इशारा: Difference between revisions
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
No edit summary |
व्यवस्थापन (talk | contribs) m (Text replace - "फिल्म" to "फ़िल्म") |
||
Line 2: | Line 2: | ||
[[चित्र:b r ishara.jpg|thumb|350px|बी. आर. इशारा]] | [[चित्र:b r ishara.jpg|thumb|350px|बी. आर. इशारा]] | ||
हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले में जन्में लेखक और | हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले में जन्में लेखक और फ़िल्म निर्देशक बी. आर. इशारा मुम्बई के जुहु इलाके में रहा करते थे। हिमाचल प्रदेश से छोटी उम्र में ही मुंबई आ गए बी आर इशारा ने पहले छोटे-मोटे काम किए। शब्दों और विचारों के धनी बी आर इशारा ने शुरू में लेखकों की मदद की और बाद में स्वयं लेखक बन गए। उन्होंने हिंदी फ़िल्मों की लीक छोड़ी और नए ढंग के सिनेमा को लेकर आगे बढ़े। कहते हैं उनका मूल नाम रोशनलाल था। मुंबई आने पर उन्होंने जहां पहली नौकरी की, उस निर्माता ने उन्हें बाबु नाम दिया। वह उन्हें अपने गुरू के नाम रोशनलाल से नहीं पुकारना चाहता था। बाबु ने पहले अपने नाम में राम जोड़ा। फिर लेखक बने तो अपना तखल्लुस इशारा रख लिया। हिंदी फ़िल्म इंडस्ट्री के राश्टर्स एसोशिएसन के सक्रिय सदस्य थे। उन्होंने चेतना की हीरोइन रेहाना सुल्तान से शादी की थी। | ||
इशारा को बोल्ड और समाज के बर्निंग इशूज पर | इशारा को बोल्ड और समाज के बर्निंग इशूज पर फ़िल्में बनाने के लिए जाना जाता था। उन्होंने हिंदी फ़िल्मों में बोल्ड फ़िल्मों की शुरुआत की थी। जरूरत और चेतना जैसी फ़िल्मों से उन्होंने आठवें दशक के आरंभ में हिंदी फ़िल्मों के पारंपरिक दर्शकों को झकझोर दिया था। वे अक्सर नए कलाकारों को लेकर बोल्ड फ़िल्म बनाते थे। उन्होंने सबसे पहले एफटीआईआई से ग्रेजुएट होकर आए कलाकारों पर भरोसा किया और उन्हें अपनी फ़िल्मों में प्रतिभा दिखाने का मौका दिया। उनके द्वारा बनाई गई प्रमुख फ़िल्मों में हम दो हमारे दो, चेतना, चरित्र, औरत जैसी फ़िल्में हैं। उन्होंने प्रसिद्ध क्रिकेटर सलीम दुर्रानी को लेकर ‘चरित्र’ बनाई थी जो बॉक्स ऑफिस पर असफल रही थी। | ||
बाबु राम इशारा ने रेहाना सुल्तान, परवीन बाबी जैसे कलाकारों का पेश करने के साथ अमिताभ बच्चन, जया भादुड़ी, रीना रॉय, अनिल धवन, शत्रुघ्न सिन्हा, रजा मुराद, डैनी, विजय अरोड़ा, राज किरण जैसे कलाकारों के करिअर के आरंभ में बड़े मौके दिए। परवीन बॉबी को सबसे पहले अवसर बी आर इशारा ने ही दिया था। | बाबु राम इशारा ने रेहाना सुल्तान, परवीन बाबी जैसे कलाकारों का पेश करने के साथ अमिताभ बच्चन, जया भादुड़ी, रीना रॉय, अनिल धवन, शत्रुघ्न सिन्हा, रजा मुराद, डैनी, विजय अरोड़ा, राज किरण जैसे कलाकारों के करिअर के आरंभ में बड़े मौके दिए। परवीन बॉबी को सबसे पहले अवसर बी आर इशारा ने ही दिया था। |
Revision as of 07:20, 22 July 2013
चित्र:Icon-edit.gif | इस लेख का पुनरीक्षण एवं सम्पादन होना आवश्यक है। आप इसमें सहायता कर सकते हैं। "सुझाव" |
thumb|350px|बी. आर. इशारा हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले में जन्में लेखक और फ़िल्म निर्देशक बी. आर. इशारा मुम्बई के जुहु इलाके में रहा करते थे। हिमाचल प्रदेश से छोटी उम्र में ही मुंबई आ गए बी आर इशारा ने पहले छोटे-मोटे काम किए। शब्दों और विचारों के धनी बी आर इशारा ने शुरू में लेखकों की मदद की और बाद में स्वयं लेखक बन गए। उन्होंने हिंदी फ़िल्मों की लीक छोड़ी और नए ढंग के सिनेमा को लेकर आगे बढ़े। कहते हैं उनका मूल नाम रोशनलाल था। मुंबई आने पर उन्होंने जहां पहली नौकरी की, उस निर्माता ने उन्हें बाबु नाम दिया। वह उन्हें अपने गुरू के नाम रोशनलाल से नहीं पुकारना चाहता था। बाबु ने पहले अपने नाम में राम जोड़ा। फिर लेखक बने तो अपना तखल्लुस इशारा रख लिया। हिंदी फ़िल्म इंडस्ट्री के राश्टर्स एसोशिएसन के सक्रिय सदस्य थे। उन्होंने चेतना की हीरोइन रेहाना सुल्तान से शादी की थी।
इशारा को बोल्ड और समाज के बर्निंग इशूज पर फ़िल्में बनाने के लिए जाना जाता था। उन्होंने हिंदी फ़िल्मों में बोल्ड फ़िल्मों की शुरुआत की थी। जरूरत और चेतना जैसी फ़िल्मों से उन्होंने आठवें दशक के आरंभ में हिंदी फ़िल्मों के पारंपरिक दर्शकों को झकझोर दिया था। वे अक्सर नए कलाकारों को लेकर बोल्ड फ़िल्म बनाते थे। उन्होंने सबसे पहले एफटीआईआई से ग्रेजुएट होकर आए कलाकारों पर भरोसा किया और उन्हें अपनी फ़िल्मों में प्रतिभा दिखाने का मौका दिया। उनके द्वारा बनाई गई प्रमुख फ़िल्मों में हम दो हमारे दो, चेतना, चरित्र, औरत जैसी फ़िल्में हैं। उन्होंने प्रसिद्ध क्रिकेटर सलीम दुर्रानी को लेकर ‘चरित्र’ बनाई थी जो बॉक्स ऑफिस पर असफल रही थी।
बाबु राम इशारा ने रेहाना सुल्तान, परवीन बाबी जैसे कलाकारों का पेश करने के साथ अमिताभ बच्चन, जया भादुड़ी, रीना रॉय, अनिल धवन, शत्रुघ्न सिन्हा, रजा मुराद, डैनी, विजय अरोड़ा, राज किरण जैसे कलाकारों के करिअर के आरंभ में बड़े मौके दिए। परवीन बॉबी को सबसे पहले अवसर बी आर इशारा ने ही दिया था।
बी आर इशारा का निधन 25 जुलाई 2012 को मुम्बई के क्रिटिकेयर अस्पताल में हुआ था।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
संबंधित लेख