अभीशु:-षु:: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
(''''अभीशुः-षुः''' (स्त्रीलिंग) [अभि+अश्+उन् पृषो. अत इत्...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
No edit summary
 
Line 3: Line 3:
::2. प्रकाशकिरण-प्रफुल्लतापिच्छनिभैरभीषुभिः-शि. 1/22, '''°मत्''' अत्युज्वल, अत्युत्तम  
::2. प्रकाशकिरण-प्रफुल्लतापिच्छनिभैरभीषुभिः-शि. 1/22, '''°मत्''' अत्युज्वल, अत्युत्तम  
::3. इच्छा  
::3. इच्छा  
::4. आसक्ति
::4. आसक्ति<ref>{{पुस्तक संदर्भ|पुस्तक का नाम=संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश|लेखक=वामन शिवराम आप्टे|अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक=कमल प्रकाशन, [[नई दिल्ली]]-110002|संकलन= |संपादन= |पृष्ठ संख्या=86|url=|ISBN=}}</ref>
<ref>{{पुस्तक संदर्भ|पुस्तक का नाम=संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश|लेखक=वामन शिवराम आप्टे|अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक=कमल प्रकाशन, [[नई दिल्ली]]-110002|संकलन= |संपादन= |पृष्ठ संख्या=86|url=|ISBN=}}</ref>





Latest revision as of 06:41, 20 October 2023

अभीशुः-षुः (स्त्रीलिंग) [अभि+अश्+उन् पृषो. अत इत्वम्-अभि+इष्+कु वा]

1. बागडोर, लगाम-तेन हि मुच्यन्तामभीशवः-श. 1
2. प्रकाशकिरण-प्रफुल्लतापिच्छनिभैरभीषुभिः-शि. 1/22, °मत् अत्युज्वल, अत्युत्तम
3. इच्छा
4. आसक्ति[1]


  1. REDIRECTसाँचा:इन्हें भी देखें


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश |लेखक: वामन शिवराम आप्टे |प्रकाशक: कमल प्रकाशन, नई दिल्ली-110002 |पृष्ठ संख्या: 86 |

संबंधित लेख