हाइड्रोजन के समस्थानिक: Difference between revisions

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यह हाइड्रोजन का एक दुर्लभ [[समस्थानिक]] है। यह एक बीटा उत्सर्जक हैं। इसकी परमाणु संख्या 1 तथा द्रव्यमान संख्या 3 होती है। इसकी [[अर्द्ध आयु]] 12.4 वर्ष होती है।
यह हाइड्रोजन का एक दुर्लभ [[समस्थानिक]] है। यह एक बीटा उत्सर्जक हैं। इसकी परमाणु संख्या 1 तथा द्रव्यमान संख्या 3 होती है। इसकी [[अर्द्ध आयु]] 12.4 वर्ष होती है।


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Revision as of 13:08, 10 January 2011

(अंग्रेज़ी:Isotopes Of Hydrogen) हाइड्रोजन के तीन समस्थानिक होते हैं, ये है- प्रोटियम (1H1), ड्यूटेरियम (1H2 या D), ट्राइटियम (1H3 या T)

प्रोटियम

प्रोटियम का परमाणु संख्या एक तथा द्रव्यमान संख्या भी एक होती है।

ड्यूटेरियम

ड्यूटेरियम को भारी हाइड्रोजन कहा जाता है। इसका परमाणु संख्या 1 तथा द्रव्यमान संख्या 2 होती है। ड्यूटेरियम की खोज यूरे ब्रिकवेड और मर्फी ने 1931 में की। ड्यूटेरियम का उपयोग कार्बनिक प्रतिक्रियाओं की क्रियाविधि समझाने में तथा नाभिकीय प्रतिक्रियाओं में बमबारी के लिए होता है।

ट्राइटियम

यह हाइड्रोजन का एक दुर्लभ समस्थानिक है। यह एक बीटा उत्सर्जक हैं। इसकी परमाणु संख्या 1 तथा द्रव्यमान संख्या 3 होती है। इसकी अर्द्ध आयु 12.4 वर्ष होती है।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ