प्रयोग:Janmejay7: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
No edit summary
No edit summary
Line 1: Line 1:
;ब्रज भूमि विकास चॅरिटेबिल ट्रस्ट (स्था.1994) द्वारा संचालित
<poem>आज जाने की ज़िद न करो
::संस्थापक अध्यक्ष: '''[[चौधरी दिगम्बर सिंह|स्वर्गीय चौधरी दिगम्बर सिंह जी]]''' स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवम् पूर्व सांसद<br />
यूँही पहलू में बैठे रहो
::अध्यक्ष: आदित्य चौधरी
हाय, मर जायेंगे
हम तो लुट जायेंगे
ऐसी बातें किया न करो


* [[मुखपृष्ठ|भारतकोश]] एक पूर्णत: अव्यावसायिक शैक्षिक मिशन है। जिसका उद्देश्य [[भारत]] के संबंध में एक ऐसा समग्र ज्ञानकोश उपलब्ध कराना है जो हमारी राष्ट्रभाषा [[हिन्दी]] के साथ-साथ सभी [[राजभाषा|भारतीय भाषाओं]] में भी हो। प्रारम्भिक स्वरूप अभी हिन्दी में प्रस्तुत है।
तुम ही सोचो ज़रा, क्यों न रोकें तुम्हें?
जान जाती है जब उठ के जाते हो तुम
तुमको अपनी क़सम जान-ए-जाँ
बात इतनी मेरी मान लो
आज जाने की...


::;[[Project:संरक्षक एवं सलाहकार|संरक्षण एवं सलाह]]
वक़्त की क़ैद में ज़िंदगी है मगर
चंद घड़ियाँ यही हैं जो आज़ाद हैं
इनको खोकर मेरी, जान-ए-जाँ
उम्र भर न तरसते रहो
आज जाने की...
 
कितना मासूम रंगीन है ये समा
हुस्न और इश्क़ की आज मेराज<ref>यहाँ पर अर्थ है 'मिलन'। ([[इस्लाम]] की मान्यता के अनुसार मुहम्मद साहब का आसमान पर जाकर ईश्वर-साक्षात्कार करने को 'मेराज' (मिअराज) कहा गया)। अरबी में इसका  अर्थ है 'सीढ़ी'</ref> है
कल की किसको ख़बर जान-ए-जाँ
रोक लो आज की रात को
आज जाने की...
</poem>
<references/>

Revision as of 08:15, 22 April 2011

आज जाने की ज़िद न करो
यूँही पहलू में बैठे रहो
हाय, मर जायेंगे
हम तो लुट जायेंगे
ऐसी बातें किया न करो

तुम ही सोचो ज़रा, क्यों न रोकें तुम्हें?
जान जाती है जब उठ के जाते हो तुम
तुमको अपनी क़सम जान-ए-जाँ
बात इतनी मेरी मान लो
आज जाने की...

वक़्त की क़ैद में ज़िंदगी है मगर
चंद घड़ियाँ यही हैं जो आज़ाद हैं
इनको खोकर मेरी, जान-ए-जाँ
उम्र भर न तरसते रहो
आज जाने की...

कितना मासूम रंगीन है ये समा
हुस्न और इश्क़ की आज मेराज[1] है
कल की किसको ख़बर जान-ए-जाँ
रोक लो आज की रात को
आज जाने की...

  1. यहाँ पर अर्थ है 'मिलन'। (इस्लाम की मान्यता के अनुसार मुहम्मद साहब का आसमान पर जाकर ईश्वर-साक्षात्कार करने को 'मेराज' (मिअराज) कहा गया)। अरबी में इसका अर्थ है 'सीढ़ी'