|
|
Line 1: |
Line 1: |
| {| width="51%" align="left" cellpadding="5" cellspacing="5"
| | |
| |-
| |
| | class="bgjeevni2" style="border:1px solid #b19679;padding:10px; -moz-border-radius: 6px;-webkit-border-radius: 6px; border-radius: 6px; " valign="top" | <div style="background:#ecd9c5; border:thin solid #b79876; padding-left:8px;">'''विशेष आलेख'''</div>
| |
| <div align="center" style="color:#34341B;">'''[[सत्यजीत राय]]'''</div>
| |
| <div id="rollnone"> [[चित्र:Satyajit-Ray.jpg|right|100px|सत्यजीत राय|link=सत्यजीत राय]] </div>
| |
| * विश्व में भारतीय फ़िल्मों को नई पहचान दिलाने वाले '''[[भारत रत्न]] सम्मानित सत्यजीत राय''' का जन्म- [[2 मई]], [[1921]] को [[कलकत्ता]] में हुआ।
| |
| * सत्यजीत राय 20वीं शताब्दी के '''विश्व की महानतम फ़िल्मी हस्तियों में से एक''' थे, जिन्होंने यथार्थवादी धारा की फ़िल्मों को नई दिशा देने के अलावा [[साहित्य]], [[चित्रकला]] जैसी अन्य विधाओं में भी अपनी प्रतिभा का परिचय दिया।
| |
| * कोलकाता के एक जाने-माने बंगाली परिवार में जन्मे सत्यजीत राय फ़िल्म निर्माण से संबंधित कई काम खुद ही करते थे। जिनमें '''निर्देशन, छायांकन, पटकथा, पार्श्व संगीत, कला निर्देशन, संपादन''' आदि शामिल हैं।
| |
| * फ़िल्मकार के अलावा वह '''कहानीकार, चित्रकार, फ़िल्म आलोचक''' भी थे। सत्यजीत राय कथानक लिखने को निर्देशन का अभिन्न अंग मानते थे।
| |
| * विश्व विख्यात निर्देशक सत्यजित राय ने सबसे ज़्यादा [[राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार]] जीते हैं। उन्होंने और उनके काम ने '''कुल 32 राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार''' प्राप्त किये।
| |
| * घरे बाहरे (1984) के निर्माण के साथ सत्यजीत राय की जो बीमारी शुरू हुई उससे वे पूर्ण रूप से कभी भी निजात नहीं पा सके और [[23 अप्रॅल]], [[1992]] को [[कोलकाता]]) में उनका स्वर्गवास हो गया। '''[[सत्यजीत राय|.... और पढ़ें]]'''
| |