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चीनी यात्री युवानच्वांग ने अपनी भारत यात्रा के वृत्तांत में संकिसा या सांकाश्य[1] का एक नाम कपित्थ भी बताया है। हर्षकालीन मधुवन ताम्रपट्टलेख में भी कपित्थिका (कपित्था, कपित्थ) का उल्लेख है। यह दानपट्ट इसी नगरी से प्रचलित किया गया था। इससे हर्षकालीन (606-636 ई.) शासन-व्यवस्था पर अच्छा प्रकाश पड़ता है।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ ज़िला फर्रुखाबाद, उत्तर प्रदेश