विट्ठल भाई पटेल: Difference between revisions
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- विट्ठलदास झवेरभाई पटेल (1873-1933 ई.) भारत के प्रमुख राष्ट्रीय नेता और सरदार वल्लभ भाई पटेल के बड़े भाई थे।
- इनका जन्म 27 सितम्बर, 1873 ई. को नड़ियाद में और मृत्यु 22 अक्टूबर, 1933 ई. को वियना में हुई।
- 1905 ई. में झवेरभाई पटेल बैरिस्टर हुए और वक़ालत करने लगे, परन्तु शीघ्र ही भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन में खिच आये।
- उन्होंने रौलट एक्ट के विरुद्ध भारत में प्रबल जन आंदोलन चलाया था।
- इन्हें केन्द्रीय असेम्बली का सदस्य भी चुना गया, किन्तु कांग्रेस की असहयोग की नीति के अनुसार सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया।
- बाद में ये स्वराज्य पार्टी में सम्मिलित हो गये। वे केन्द्रीय असेम्बली के पहले ग़ैर सरकारी अध्यक्ष निर्वाचित हुए थे।
- झवेरभाई पटेल ने अपना निर्णायक मत डालकर सरकारी सार्वजनिक सुरक्षा बिल को अस्वीकृत करा दिया था और अधिवेशन के दौरान पुलिस को केन्द्रीय असेम्बली हॉल में प्रवेश करने से रोक दिया।
- उन्होंने 1930 ई. में कांग्रेस नेताओं के नज़रबंद कर दिये जाने के विरोधस्वरूप केन्द्रीय असेम्बली के अध्यक्ष पद से इस्तीफ़ा दे दिया और इसके बाद ही स्वयं उनको भी नज़रबंद कर दिया गया।
- जेल में उनका स्वास्थ्य चौपट हो गया और वे स्वास्थ्य सुधार के लिए यूरोप चले गए।
- वियना में उनकी भेंट नेताजी सुभाषचन्द्र बोस से हुई थी।
- नेताजी पर उनका पूरा विश्वास था और उन्होंने उनको अपने इच्छानुसार राष्ट्रीय कार्यों में ख़र्च करने के लिए दो लाख रुपये की वसीयत कर दी।
- इसके बाद ही वियना में उनकी मृत्यु हो गई। 1933 ई. में उनकी मृत्यु पर छोटे भाई सरदार पटेल ने असहयोग के सिद्धान्तों में विश्वास करते हुए भी भारत में ब्रिटिश अदालत में मुक़दमा दायर कर दिया और बड़े भाई की वसीयत रद्द करा दी।
- विट्ठलदास झवेरभाई पटेल महान देशभक्त थे और भारत के अंग्रेज़ शासक भी उसने डरते थे।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
भट्टाचार्य, सच्चिदानन्द भारतीय इतिहास कोश, द्वितीय संस्करण-1989 (हिन्दी), भारत डिस्कवरी पुस्तकालय: उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान, 232।
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