प्रयोग:Shilpi2: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
No edit summary
No edit summary
Line 1: Line 1:
{{पात्र परिचय
{{सूचना बक्सा साहित्यकार
|चित्र=
|चित्र=
|अन्य नाम=[[विदेह]], [[सिरध्वज]], [[मिथि]]
|पूरा नाम=
|अवतार=
|अन्य नाम=नवरत्न
|वंश-गोत्र=मिथिलावंश, निमि
|जन्म=150 वर्ष ई पू से 450 ईसवी के मध्य
|कुल=निमि
|जन्म भूमि=उत्तर प्रदेश
|पिता=मिथि
|अविभावक=
|माता=
|पति/पत्नी=विद्योत्तमा
|धर्म पिता=
|संतान=
|धर्म माता=
|कर्म भूमि=संस्कृत कवि
|पालक पिता=
|कर्म-क्षेत्र=श्रृंगार रस कवि
|पालक माता=
|जन्म विवरण=शरीर मन्थन से जनक का जन्म
|समय-काल=रामायण काल
|धर्म-संप्रदाय=
|परिजन=
|गुरु=
|विवाह=[[विदेही]]
|संतान=[[सीता]], [[भांमडल]]
|विद्या पारंगत=
|रचनाएँ=
|महाजनपद=मिथिला
|शासन-राज्य=
|संदर्भ ग्रंथ=[[रामायण]]
|प्रसिद्ध घटनाएँ=
|अन्य विवरण=
|मृत्यु=
|मृत्यु=
|यशकीर्ति=जनक सभी सुविधाओं में रहकर संन्यासी माने गये। नारद को भी उन्होंने ज्ञान दिया।
|मुख्य रचनाएँ=नाटक- अभिज्ञान शाकुन्तलम्, विक्रमोवशीर्यम् और मालविकाग्निमित्रम्।                                            महाकाव्य- रघुवंशम् और कुमारसंभवम्
|अपकीर्ति= अष्टावक्र का अपमान
खण्डकाव्य- मेघदूतम् और ऋतुसंहार
|विषय=श्रृंगार रस
|भाषा=संस्कृत
|विद्यालय=
|पुरुस्कार-उपाधि=
|प्रसिद्धि=
|विशेष योगदान=साहित्य
|नागरिकता=
|संबंधित लेख=
|संबंधित लेख=
|शीर्षक 1=ऐतिहासिक महत्व
|शीर्षक 1=
|पाठ 1=इतिहासकार जनक को कृषि विशेषज्ञ के रूप में स्वीकार करते हैं और "सीता" का अर्थ हल की फाल से मानते हैं।
|पाठ 1=
|शीर्षक 2=
|शीर्षक 2=
|पाठ 2=
|पाठ 2=

Revision as of 12:32, 1 June 2010

Shilpi2
अन्य नाम नवरत्न
जन्म 150 वर्ष ई पू से 450 ईसवी के मध्य
जन्म भूमि उत्तर प्रदेश
पति/पत्नी विद्योत्तमा
कर्म भूमि संस्कृत कवि
कर्म-क्षेत्र श्रृंगार रस कवि
मुख्य रचनाएँ नाटक- अभिज्ञान शाकुन्तलम्, विक्रमोवशीर्यम् और मालविकाग्निमित्रम्। महाकाव्य- रघुवंशम् और कुमारसंभवम्

खण्डकाव्य- मेघदूतम् और ऋतुसंहार

विषय श्रृंगार रस
भाषा संस्कृत
विशेष योगदान साहित्य
इन्हें भी देखें कवि सूची, साहित्यकार सूची