मेरठ: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
('{{incomplete}} ==स्थिति== {{tocright}} मेरठ गंगा तथा [[यमुना न...' के साथ नया पन्ना बनाया)
 
Line 4: Line 4:
मेरठ [[गंगा नदी|गंगा]] तथा [[यमुना नदी|यमुना]] दोआब के मध्यवर्ती भाग में बसा हुआ है।
मेरठ [[गंगा नदी|गंगा]] तथा [[यमुना नदी|यमुना]] दोआब के मध्यवर्ती भाग में बसा हुआ है।
==इतिहास==
==इतिहास==
मेरठ से 1857 के स्वतंत्रता संग्राम की प्रथम चिन्गारी फूटी थी। यहाँ पर प्रदेश की मुख्य फ़ौजी छावनी है।
मेरठ से 1857 के स्वतंत्रता संग्राम की प्रथम चिंगारी फूटी थी। मेरठ छावनी में तैनात तीसरी कैवेलरी के 85 सैनिकों द्वारा परेड ग्राउंड पर चर्बी लगे कारतूसों के प्रयोग के आदेश की अवहेलना ने [[भारत]] की स्वाधीनता के प्रथम संग्राम को एक ऐसा मोड़ दिया जिसको 1857 की क्रांति के नाम से जाना गया। 10 मई 1857 को प्रस्फुटित हुई यह क्रांति मात्र सैनिक विद्रोह नहीं थी। इसका सर्वाधिक उल्लेखनीय पहलू यह है कि इसमें हिन्दू और मुसलमान दोनों ही अपने राष्ट्रीय धर्म की रक्षा के लिए कटिबद्ध थे।
 
==कृषि==
==कृषि==
मेरठ  कृषि प्रधान क्षेत्र है। उत्तर प्रदेश का कृषि का प्रमुख केन्द्र है।  यहाँ गेंहूँ, कपास, दाल, तिलहन, और गुड़ का व्यापार होता है।
मेरठ  कृषि प्रधान क्षेत्र है। उत्तर प्रदेश का कृषि का प्रमुख केन्द्र है।  यहाँ गेंहूँ, कपास, दाल, तिलहन, और गुड़ का व्यापार होता है।

Revision as of 07:13, 5 June 2010

40px पन्ना बनने की प्रक्रिया में है। आप इसको तैयार करने में सहायता कर सकते हैं।

स्थिति

मेरठ गंगा तथा यमुना दोआब के मध्यवर्ती भाग में बसा हुआ है।

इतिहास

मेरठ से 1857 के स्वतंत्रता संग्राम की प्रथम चिंगारी फूटी थी। मेरठ छावनी में तैनात तीसरी कैवेलरी के 85 सैनिकों द्वारा परेड ग्राउंड पर चर्बी लगे कारतूसों के प्रयोग के आदेश की अवहेलना ने भारत की स्वाधीनता के प्रथम संग्राम को एक ऐसा मोड़ दिया जिसको 1857 की क्रांति के नाम से जाना गया। 10 मई 1857 को प्रस्फुटित हुई यह क्रांति मात्र सैनिक विद्रोह नहीं थी। इसका सर्वाधिक उल्लेखनीय पहलू यह है कि इसमें हिन्दू और मुसलमान दोनों ही अपने राष्ट्रीय धर्म की रक्षा के लिए कटिबद्ध थे।

कृषि

मेरठ कृषि प्रधान क्षेत्र है। उत्तर प्रदेश का कृषि का प्रमुख केन्द्र है। यहाँ गेंहूँ, कपास, दाल, तिलहन, और गुड़ का व्यापार होता है।

उद्योग

कृषिगत वस्तुओं के व्यापार का भी यह मुख्य केन्द्र है। यहाँ लोहे की वस्तुएँ—कैंची, चाकू-छुरियाँ, सरौते आदि अधिक बनाए जाते हैं। यह उत्तर प्रदेश की गुड़ की सबसे बड़ी मंण्डी है। यहाँ पर चीनी की कई मिलें हैं।

शिक्षा

परिवहन

यह रेलमार्गों का बड़ा केन्द्र है।

दर्शनीय स्थल