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| <quiz display=simple> | | <quiz display=simple> |
| {स्थायी भावों की कुल संख्या कितनी है?(एस.चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-481;प्रश्न-01
| |
| |type="()"}
| |
| +नौ
| |
| -दस
| |
| -ग्यारह
| |
| -बारह
| |
| ||{{seealso|रस|अलंकार}}
| |
|
| |
|
| {'[[वर्णमाला (व्याकरण)|वर्ण]]', 'मात्रा', 'यति' आदि से नियन्त्रित रचना को क्या कहते हैं?(एस.चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-486;प्रश्न-01
| |
| |type="()"}
| |
| +[[छन्द]]
| |
| -[[दोहा]]
| |
| -[[अलंकार]]
| |
| -[[रस]]
| |
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| |
| {'अविवाहिता' का समानार्थी शब्द क्या होगा?(एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-01;प्रश्न-08
| |
| |type="()"}
| |
| -विधवा
| |
| -अल्पवयस्का
| |
| -युवती
| |
| +कुँवारी
| |
| ||{{seealso|हिन्दी वर्णमाला (व्याकरण)|तद्भव|तत्सम}}
| |
|
| |
| {'तरणि' शब्द का [[पर्यायवाची शब्द|पर्यायवाची]] बताइए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-20;प्रश्न-01
| |
| |type="()"}
| |
| +सूर्य
| |
| -नाव
| |
| -युवती
| |
| -नदी
| |
| ||{{seealso|पर्यायवाची कोश}}
| |
|
| |
| {'नैसर्गिक' का [[विलोम शब्द]] क्या होगा? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-41;प्रश्न-222
| |
| |type="()"}
| |
| -पुरातन
| |
| +कृत्रिम
| |
| -कल्पित
| |
| -प्राकृतिक
| |
|
| |
| {किसी क्षेत्र विशेष में बोली जाने वाली [[भाषा]] को क्या कहते हैं? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-209;प्रश्न-06
| |
| |type="()"}
| |
| -राष्ट्रभाषा
| |
| -[[राजभाषा]]
| |
| +बोली
| |
| -परिनिष्ठ भाषा
| |
| ||{{seealso|हिन्दी|हिन्दी की उपभाषाएँ एवं बोलियाँ}}
| |
|
| |
| {"जो मरने वाला हो।" इस वाक्य-खण्ड के लिए सही विकल्प का चयन कीजिए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-299;प्रश्न-12
| |
| |type="()"}
| |
| -मुमूर्षू
| |
| -म्रियमाण
| |
| -मृतप्राय
| |
| +मरणासन्न
| |
| ||{{seealso|वाक्यांश के लिए एक शब्द|हिंदी के अशुद्ध शब्द}}
| |
|
| |
| {निम्नलिखित पद्यांश को समझकर सही [[छन्द]] का चयन कीजिए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-299;प्रश्न-09
| |
| <poem>दिना दस जीबन जीवन री,
| |
| मरिबै पचि होइ जुपै मरिबै न।</poem>
| |
| |type="()"}
| |
| -[[दोहा]]
| |
| -[[चौपाई]]
| |
| +[[सवैया]]
| |
| -[[रोला]]
| |
| ||{{seealso|कुण्डलिया|चौपई छन्द|अनुष्टुप छन्द|त्रिवेणी (काव्य विधा)}}
| |
|
| |
| {निम्नलिखित में से किसने भारतेंदु पूर्व युग में विशुद्ध संस्कृतनिष्ठ [[हिन्दी]] की हिमायत की?(ल्युसेंट सा.हिन्दी,पृ.-306;प्रश्न-06
| |
| |type="()"}
| |
| -[[राजा शिव प्रसाद|राजा शिवप्रसाद ‘सितारे हिन्द’]]
| |
| +राजा लक्ष्मण सिंह
| |
| -उपरोक्त दोनों
| |
| -इनमें से कोई नहीं
| |
| ||{{seealso|द्विवेदी युग|रीतिकाल|छायावादी युग}}
| |
|
| |
| {निम्नलिखित में से किसने प्रसिद्ध ‘[[सरस्वती (पत्रिका)|सरस्वती]]’ [[पत्रिका]] का सम्पादन किया था? (ल्युसेंट सा.हिन्दी,पृ.-308;प्रश्न-100
| |
| |type="()"}
| |
| +[[महावीर प्रसाद द्विवेदी]]
| |
| -[[हज़ारी प्रसाद द्विवेदी]]
| |
| -शांति प्रसाद द्विवेदी
| |
| -भगवती प्रसाद द्विवेदी
| |
| ||{{seealso|भारत में समाचार पत्रों का इतिहास|कादम्बिनी}}
| |
|
| |
|
| |
|
| |
| {[[काव्य]] में कितने [[रस]] माने जाते हैं? (एस.चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-481;प्रश्न-02
| |
| |type="()"}
| |
| -छ:
| |
| -सात
| |
| +नौ
| |
| -दस
| |
| ||{{seealso|रस|अलंकार}}
| |
|
| |
| {[[छन्द]] की प्रत्येक पंक्ति को क्या कहते हैं? (एस.चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-486;प्रश्न-02
| |
| |type="()"}
| |
| -वाक्य
| |
| -[[चौपाई]]
| |
| +चरण
| |
| -यति
| |
| ||{{seealso|चौपई छन्द|अनुष्टुप छन्द|त्रिवेणी (काव्य विधा)}}
| |
|
| |
| {निम्नलिखित में से 'नैसर्गिक' का समानार्थी शब्द बताइए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-01;प्रश्न-09
| |
| |type="()"}
| |
| +प्राकृतिक
| |
| -कल्पित
| |
| -कृत्रिम
| |
| -पुरातन
| |
|
| |
| {निम्नलिखित में से 'व्योम' का [[पर्यायवाची शब्द|पर्यायवाची]] क्या होगा? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-20;प्रश्न-02
| |
| |type="()"}
| |
| +आकाश
| |
| -किरण
| |
| -अग्नि
| |
| -ब्रह्मा
| |
| ||{{seealso|पर्यायवाची कोश}}
| |
|
| |
| {'नवीन' शब्द का [[विलोम शब्द|विलोम]] बताइए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-41;प्रश्न-223
| |
| |type="()"}
| |
| -पुरातन
| |
| +प्राचीन
| |
| -अर्वाचीन
| |
| -पराधीन
| |
|
| |
| {निम्न में से कौन-सी [[भारत]] की प्राचीन [[भाषा]] है? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-209;प्रश्न-07
| |
| |type="()"}
| |
| -[[हिन्दी]]
| |
| -[[पाली भाषा|पाली]]/[[प्राकृत]]
| |
| +[[संस्कृत]]
| |
| -[[अपभ्रंश]]
| |
| ||{{seealso|हिन्दी|हिन्दी की उपभाषाएँ एवं बोलियाँ}}
| |
|
| |
| {"जिस पर विजय प्राप्त कर ली गई हो।" इस वाक्य-खण्ड के लिए सही विकल्प का चयन कीजिए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-299;प्रश्न-13
| |
| |type="()"}
| |
| -विजित
| |
| -अजातशत्रु
| |
| +पराजित
| |
| -परतन्त्र
| |
| ||{{seealso|वाक्यांश के लिए एक शब्द|हिंदी के अशुद्ध शब्द}}
| |
|
| |
| {"प्रफुल्लित दास वसन्त कि फौज सिलीमुख भीर देखावति है।" इस पंक्ति को समझकर सही [[छन्द]] का चयन कीजिए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-299;प्रश्न-10
| |
| |type="()"}
| |
| -[[चौपाई]]
| |
| +[[सवैया]]
| |
| -[[सोरठा]]
| |
| -[[कवित्त]]
| |
| ||{{seealso|कुण्डलिया|त्रिवेणी (काव्य विधा)}}
| |
|
| |
| {[[कबीर]] किस काव्य धारा के [[कवि]] थे? (ल्युसेंट सा.हिन्दी,पृ.-308;प्रश्न-78
| |
| |type="()"}
| |
| +[[ज्ञानाश्रयी शाखा|ज्ञानमार्गी]]
| |
| -[[प्रेमाश्रयी शाखा|प्रेममार्गी]]
| |
| -[[कृष्णाश्रयी शाखा|कृष्णमार्गी]]
| |
| -[[रामाश्रयी शाखा|राममार्गी]]
| |
| ||{{seealso|कबीर के दोहे|कबीर के पद -कबीर}}
| |
|
| |
| {'नई कहानी' के पथप्रदर्शक रहे हैं-(ल्युसेंट सा.हिन्दी,पृ.-312;प्रश्न-93
| |
| |type="()"}
| |
| -[[यशपाल]]
| |
| +[[कमलेश्वर]]
| |
| -[[चंद्रधर शर्मा गुलेरी|चंद्रधर शर्मा ‘गुलेरी’]]
| |
| -[[सर्वेश्वर दयाल सक्सेना]]
| |
|
| |
|
| |
|
| |
| {[[काव्य]] के आस्वादन से जो आनन्द प्राप्त होता है, उसे क्या कहते हैं? (एस.चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-481;प्रश्न-03
| |
| |type="()"}
| |
| -[[अलंकार]]
| |
| -[[छन्द]]
| |
| -[[उपसर्ग]]
| |
| +[[रस]]
| |
|
| |
| {प्रवाह लाने के लिए [[छन्द]] की पंक्ति में ठहरना कहलाता है-(एस.चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-486;प्रश्न-03
| |
| |type="()"}
| |
| -गति
| |
| +यति
| |
| -तुक
| |
| -लय
| |
|
| |
| {'पर्याप्त' शब्द के लिए समानार्थी शब्द बताइए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-01;प्रश्न-10
| |
| |type="()"}
| |
| +यथेष्ट
| |
| -अधिक
| |
| -सम्पूर्ण
| |
| -भरपूर
| |
| ||{{seealso|हिन्दी वर्णमाला (व्याकरण)|तद्भव|तत्सम}}
| |
|
| |
| {नीचे दिये गए विकल्पों में से 'मेघ' का [[पर्यायवाची शब्द]] बताइए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-20;प्रश्न-03
| |
| |type="()"}
| |
| -पयस
| |
| -नभचारी
| |
| -जलधि
| |
| +पयोद
| |
| ||{{seealso|पर्यायवाची कोश}}
| |
|
| |
| {'खल' का [[विलोम शब्द|विलोम]] क्या होगा? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-41;प्रश्न-224
| |
| |type="()"}
| |
| -[[साधु]]
| |
| -[[सन्त]]
| |
| -मित्र
| |
| +सज्जन
| |
|
| |
| {[[भारत]] में सर्वाधिक बोली जाने वाली [[भाषा]] कौन-सी है? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-209;प्रश्न-08
| |
| |type="()"}
| |
| +[[हिन्दी]]
| |
| -[[अंग्रेज़ी]]
| |
| -[[संस्कृत]]
| |
| -[[उर्दू]]
| |
| ||{{seealso|हिन्दी|हिन्दी की उपभाषाएँ एवं बोलियाँ}}
| |
|
| |
| {"जिसके आर-पार देखा जा सके।" इस वाक्य-खण्ड के लिए सही विकल्प का चयन कीजिए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-299;प्रश्न-14
| |
| |type="()"}
| |
| -दूरदर्शी
| |
| -सूक्ष्मदर्शी
| |
| +पारदर्शी
| |
| -अतलदर्शी
| |
| ||{{seealso|वाक्यांश के लिए एक शब्द|हिंदी के अशुद्ध शब्द}}
| |
|
| |
| {निम्नलिखित पद्यांश को समझकर सही [[छन्द]] का चयन कीजिए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-299;प्रश्न-11
| |
| <poem>रहिमन पानी राखिए, बिन पानी सब सून।
| |
| पानी गए न ऊबरे, मोती मानस चून।</poem>
| |
| |type="()"}
| |
| +[[दोहा]]
| |
| -मंजरी
| |
| -[[चौपाई]]
| |
| -काकली
| |
| ||{{seealso|कुण्डलिया|चौपई छन्द|त्रिवेणी (काव्य विधा)}}
| |
|
| |
| {निम्नलिखित में से कौन ‘[[पद्मावत -जायसी|पद्मावत]]’ के रचयिता थे? (ल्युसेंट सा.हिन्दी,पृ.-308;प्रश्न-79
| |
| |type="()"}
| |
| -[[सूरदास]]
| |
| -[[कबीरदास]]
| |
| -[[तुलसीदास]]
| |
| +[[मलिक मुहम्मद जायसी]]
| |
|
| |
| {‘कविता क्या है?’ नामक [[निबन्ध]] के लेखक कौन थे? (ल्युसेंट सा.हिन्दी,पृ.-313;प्रश्न-94
| |
| |type="()"}
| |
| -[[हज़ारी प्रसाद द्विवेदी]]
| |
| -[[श्यामसुन्दर दास]]
| |
| -[[महावीर प्रसाद द्विवेदी]]
| |
| +[[रामचन्द्र शुक्ल]]
| |
|
| |
|
| |
|
| |
|
| |
| {[[रस]] के कितने अंग होते हैं? (एस.चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-481;प्रश्न-04
| |
| |type="()"}
| |
| -दो
| |
| +चार
| |
| -पाँच
| |
| -छ:
| |
| ||{{seealso|अलंकार}}
| |
|
| |
| {कोई भी [[छन्द]] किसमें विभक्त रहता है? (एस.चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-486;प्रश्न-04
| |
| |type="()"}
| |
| -चरणों में
| |
| -यति में
| |
| +उपरोक्त दोनों
| |
| -इनमें से कोई नहीं
| |
|
| |
| {'व्यथा' शब्द का समानार्थी शब्द क्या होगा? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-01;प्रश्न-11
| |
| |type="()"}
| |
| -क्षोभ
| |
| +पीड़ा
| |
| -कष्ट
| |
| -दु:ख
| |
|
| |
| {'दिनकर' का [[पर्यायवाची शब्द|पर्यायवाची]] क्या होगा? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-20;प्रश्न-04
| |
| |type="()"}
| |
| -निशाचर
| |
| +प्रभाकर
| |
| -सुधाकर
| |
| -विभाकर
| |
| ||{{seealso|पर्यायवाची कोश}}
| |
|
| |
| {निम्नलिखित में से 'आत्मा' का [[विलोम शब्द|विलोम]] बताइए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-41;प्रश्न-225
| |
| |type="()"}
| |
| -ईश्वर
| |
| +परमात्मा
| |
| -देह
| |
| -मृत्यु
| |
|
| |
| {'मानक हिन्दी' से क्या तात्पर्य है? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-209;प्रश्न-09
| |
| |type="()"}
| |
| +साहित्यिक पुस्तकों की [[भाषा]]
| |
| -साधारण बोलचाल की भाषा
| |
| -शिष्ट और सुशिक्षित लोगों की [[भाषा]]
| |
| -केवल पढ़ाई-लिखाई के काम में लायी जाने वाली भाषा
| |
| ||{{seealso|हिन्दी|हिन्दी की उपभाषाएँ एवं बोलियाँ}}
| |
|
| |
| {"काँटों से भरा हुआ।" इस वाक्य-खण्ड के लिए सही विकल्प का चयन कीजिए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-299;प्रश्न-15
| |
| |type="()"}
| |
| -कंटक
| |
| -विकीर्ण
| |
| -कुचैला
| |
| +कंटकाकीर्ण
| |
| ||{{seealso|वाक्यांश के लिए एक शब्द|हिंदी के अशुद्ध शब्द}}
| |
|
| |
| {निम्नलिखित पद्यांश को समझकर सही [[छन्द]] का चयन कीजिए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-299;प्रश्न-12
| |
| <poem>हिन्दी के उद्धार हित, कष्ट अनकेन जिन सहे।
| |
| भारतेन्दु हरिचंद की, उज्जवल कीर्ति सदा रहे।</poem>
| |
| |type="()"}
| |
| +[[उल्लाला छन्द|उल्लाला]]
| |
| -[[बरवै (छन्द)|बरवै]]
| |
| -[[दोहा]]
| |
| -[[मालिनी छन्द|मालिनी]]
| |
| ||{{seealso|कुण्डलिया|अनुष्टुप छन्द|त्रिवेणी (काव्य विधा)}}
| |
|
| |
| {निम्नलिखित में से किसे ‘[[राष्ट्रकवि]]’ कहा जाता है? (ल्युसेंट सा.हिन्दी,पृ.-308;प्रश्न-90
| |
| |type="()"}
| |
| +[[रामधारी सिंह 'दिनकर']]
| |
| -[[जयशंकर प्रसाद]]
| |
| -[[नागार्जुन]]
| |
| -[[सुमित्रानन्दन पन्त]]
| |
|
| |
| {‘कुटज’ [[निबन्ध]] के लेखक कौन थे? (ल्युसेंट सा.हिन्दी,पृ.-313;प्रश्न-95
| |
| |type="()"}
| |
| -[[श्यामसुन्दर दास]]
| |
| +[[हज़ारी प्रसाद द्विवेदी]]
| |
| -[[जयशंकर प्रसाद]]
| |
| -[[रामचन्द्र शुक्ल]]
| |
|
| |
|
| |
|
| |
| {[[करुण रस]] का स्थायी भाव क्या है? (एस.चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-481;प्रश्न-05
| |
| |type="()"}
| |
| -विस्मय
| |
| +शोक
| |
| -भय
| |
| -क्रोध
| |
| ||{{seealso|रस|अलंकार}}
| |
|
| |
| {[[छन्द]] मुख्य रूप से कितने प्रकार के होते हैं? (एस.चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-486;प्रश्न-05
| |
| |type="()"}
| |
| -दो
| |
| -तीन
| |
| +चार
| |
| -छ:
| |
| ||{{seealso|हरिगीतिका|इन्द्रवज्रा छन्द|वसन्ततिलका छन्द}}
| |
|
| |
| {निम्नलिखित शब्दों में से 'डाह' शब्द का समानार्थी शब्द बताइए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-01;प्रश्न-12
| |
| |type="()"}
| |
| -अवन
| |
| -अवध्वंश
| |
| -डास
| |
| +ईर्ष्या
| |
|
| |
| {निम्नलिखित में से 'दास' का [[पर्यायवाची शब्द|पर्यायवाची]] बताइए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-20;प्रश्न-05
| |
| |type="()"}
| |
| -पादप
| |
| -तात
| |
| +भृत्य
| |
| -श्रमिक
| |
| ||{{seealso|पर्यायवाची कोश}}
| |
|
| |
| {"सज्जन '''मृदुभाषी''' होते हैं।" इस वाक्य में काले मोटे लिखे [[शब्द (व्याकरण)|शब्द]] का [[विलोम शब्द|विलोम]] बताइए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-42;प्रश्न-01
| |
| |type="()"}
| |
| -ललित
| |
| +कटु
| |
| -स्निग्ध
| |
| -मधुर
| |
|
| |
| {[[साहित्य]] में प्रयुक्त होने वाली [[संस्कृत भाषा]] को क्या कहते हैं? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-210;प्रश्न-11
| |
| |type="()"}
| |
| +लौकिक संस्कृत
| |
| -[[पाली भाषा|पाली]]
| |
| -आर्य भाषा
| |
| -देवभाषा
| |
| ||{{seealso|हिन्दी|हिन्दी की उपभाषाएँ एवं बोलियाँ}}
| |
|
| |
| {"जो सब कालों में हो।" इस वाक्य-खण्ड के लिए सही विकल्प का चयन कीजिए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-299;प्रश्न-16
| |
| |type="()"}
| |
| +सार्वकालिक
| |
| -त्रिकालिक
| |
| -तांत्रिक
| |
| -त्रिकालदर्शी
| |
| ||{{seealso|वाक्यांश के लिए एक शब्द|हिंदी के अशुद्ध शब्द}}
| |
|
| |
| {निम्नलिखित पद्यांश को समझकर सही [[छन्द]] का चयन कीजिए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-299;प्रश्न-13
| |
| <blockquote>किसको पुकारे यहाँ रोकर अरण्य बीच।
| |
| चाहे जो करो शरण्य शरण तिहारे हैं।</blockquote>
| |
| |type="()"}
| |
| -[[उल्लाला छन्द|उल्लाला]]
| |
| -[[छप्पय]]
| |
| -[[रोला]]
| |
| +घनाक्षरी
| |
| ||{{seealso|कुण्डलिया|चौपई छन्द|अनुष्टुप छन्द|त्रिवेणी (काव्य विधा)}}
| |
|
| |
| {‘[[गोदान -प्रेमचंद|गोदान]]’ [[उपन्यास]] के रचनाकार का नाम है-(ल्युसेंट सा.हिन्दी,पृ.-308;प्रश्न-93
| |
| |type="()"}
| |
| -[[जयशंकर प्रसाद]]
| |
| +[[प्रेमचन्द]]
| |
| -[[जैनेन्द्र कुमार]]
| |
| -[[अज्ञेय, सच्चिदानंद हीरानन्द वात्स्यायन|अज्ञेय]]
| |
|
| |
| {‘पैरों में पंख बाँध कर’ किस प्रकार की रचना है? (ल्युसेंट सा.हिन्दी,पृ.-313;प्रश्न-96
| |
| |type="()"}
| |
| -[[रेखाचित्र]]
| |
| -[[कहानी]]
| |
| -[[संस्मरण]]
| |
| +यात्रा वृत्तांत
| |
|
| |
|
| |
|
| |
| {[[शृंगार रस]] का स्थायी भाव क्या है? (एस.चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-481;प्रश्न-06
| |
| |type="()"}
| |
| -उत्साह
| |
| -शोक
| |
| -हास
| |
| +रति
| |
| ||{{seealso|रस|अलंकार}}
| |
|
| |
| {जिस [[छन्द]] के पहले तथा तीसरे चरणों में 13-13 और दूसरे तथा चौथे चरणों में 11-11 मात्राएँ होती हैं, वह [[छन्द]] क्या कहलाता है? (एस.चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-486;प्रश्न-06
| |
| |type="()"}
| |
| -[[रोला]]
| |
| -[[चौपाई]]
| |
| -[[कुण्डलिया]]
| |
| +[[दोहा]]
| |
|
| |
| {'कल्लोल' का समानार्थी शब्द क्या होगा? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-01;प्रश्न-13
| |
| |type="()"}
| |
| -कोलाहल
| |
| -नाद
| |
| +लहर
| |
| -आह्लाद
| |
| ||{{seealso|हिन्दी वर्णमाला (व्याकरण)|तद्भव|तत्सम}}
| |
|
| |
| {'कानन' का [[पर्यायवाची शब्द]] क्या होगा? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-20;प्रश्न-06
| |
| |type="()"}
| |
| -मधुकर
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| -पुष्प
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| -विहिप
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| +वन
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| ||{{seealso|पर्यायवाची कोश}}
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| {"राष्ट्रभाषा के बिना राष्ट्र '''गूंगा''' है। इस वाक्य में काले मोटे लिखे [[शब्द (व्याकरण)|शब्द]] का [[विलोम शब्द|विलोम]] बताइए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-42;प्रश्न-02
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| |type="()"}
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| -वाचक
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| -वाचिक
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| -वाच्य
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| +वाचाल
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| {[[हिन्दी भाषा]] किस [[लिपि]] में लिखी जाती है? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-210;प्रश्न-12
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| |type="()"}
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| -[[गुरुमुखी लिपि|गुरुमुखी]]
| |
| -[[ब्राह्मी लिपि|ब्राह्मी]]
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| +[[देवनागरी लिपि|देवनागरी]]
| |
| -[[खरोष्ठी लिपि|खरोष्ठी]]
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| ||{{seealso|हिन्दी|हिन्दी की उपभाषाएँ एवं बोलियाँ}}
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| {"हमेशा रहने वाला।" इस वाक्य-खण्ड के लिए सही विकल्प का चयन कीजिए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-299;प्रश्न-17
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| |type="()"}
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| +शाश्वत
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| -समसामयिक
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| -प्राणदा
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| -पार्थिव
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| ||{{seealso|वाक्यांश के लिए एक शब्द|हिंदी के अशुद्ध शब्द}}
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| {निम्नलिखित पद्यांश को समझकर सही [[छन्द]] का चयन कीजिए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-299;प्रश्न-14
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| <poem>मंगल भवन अमंगल हारी।
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| द्रवहु सो दशरथ अजिर बिहारी॥</poem>
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| |type="()"}
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| -[[सोरठा]]
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| -[[सवैया]]
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| +[[चौपाई]]
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| -[[दोहा]]
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| ||{{seealso|कुण्डलिया|चौपई छन्द|अनुष्टुप छन्द}}
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| {निम्न में से किसे ‘कथा सम्राट’ कहा जाता है? (ल्युसेंट सा.हिन्दी,पृ.-308;प्रश्न-94
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| |type="()"}
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| +[[प्रेमचन्द]]
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| -[[जैनेन्द्र कुमार]]
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| -[[फणीश्वरनाथ रेणु]]
| |
| -[[रांगेय राघव]]
| |
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| {‘माटी हो गई सोना’ गद्य की विधा है-(ल्युसेंट सा.हिन्दी,पृ.-313;प्रश्न-97
| |
| |type="()"}
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| +[[संस्मरण]]
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| -[[रेखाचित्र]]
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| -लघुकथा
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| -जीवन वृत्तांत
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| {‘जुगुत्सा’ कौन-से [[रस]] का स्थायी भाव है? (एस.चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-481;प्रश्न-07
| |
| |type="()"}
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| +[[वीभत्स रस]]
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| -[[शान्त रस]]
| |
| -[[करुण रस]]
| |
| -[[अद्भुत रस]]
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| |
| {[[छन्द]] की रचना किसके द्वारा होती है? (एस.चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-486;प्रश्न-07
| |
| |type="()"}
| |
| +गणों के समायोजन से
| |
| -[[स्वर (व्याकरण)|स्वर]] के समायोजन से
| |
| -ध्वनियों के समायोजन से
| |
| -इनमें से कोई नहीं
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| {'प्राणप्रिया' का सही समानार्थी शब्द बताइए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-01;प्रश्न-14
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| |type="()"}
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| -सहचरी
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| +अर्द्धांगिनी
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| -प्रेमिका
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| -संगिनी
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| |
| {दिये गए विकल्पों में से 'मारुत' का [[पर्यायवाची शब्द|पर्यायवाची]] बताइए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-20;प्रश्न-07
| |
| |type="()"}
| |
| +वायु
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| -पृथ्वी
| |
| -तालाब
| |
| -देवता
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| ||{{seealso|पर्यायवाची कोश}}
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| {"[[सीता]] एक '''पतिव्रता''' स्त्री थी?" इस वाक्य में काले मोटे लिखे [[शब्द (व्याकरण)|शब्द]] का [[विलोम शब्द|विलोम]] बताइए?(एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-42;प्रश्न-03
| |
| |type="()"}
| |
| +कुलटा
| |
| -भामा
| |
| -वन्ध्या
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| -विधवा
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| {[[भारत|भारतवर्ष]] में [[हिन्दी]] को आप किस वर्ग में रखेंगे? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-210;प्रश्न-13
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| |type="()"}
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| -[[राजभाषा]]
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| +राष्ट्रभाषा
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| -विभाषा
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| -तकनीकी भाषा
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| ||{{seealso|हिन्दी|हिन्दी की उपभाषाएँ एवं बोलियाँ}}
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| {"जो किसी की ओर से है।" इस वाक्य-खण्ड के लिए सही विकल्प का चयन कीजिए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-299;प्रश्न-18
| |
| |type="()"}
| |
| -प्रहरी
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| +प्रतिनिधि
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| -मेहमान
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| -अभिनेता
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| ||{{seealso|वाक्यांश के लिए एक शब्द|हिंदी के अशुद्ध शब्द}}
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| {निम्नलिखित पद्यांश को समझकर सही [[छन्द]] का चयन कीजिए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-299;प्रश्न-15
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| <poem>जो रहिम उत्तम प्रकृति, का करि सकत कुसंग।
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| चन्दन विष व्यापत नहीं, लिपटे रहत भुजंग॥</poem>
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| |type="()"}
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| -[[चौपाई]]
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| +[[दोहा]]
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| -[[सोरठा]]
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| -[[सवैया]]
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| ||{{seealso|कुण्डलिया|चौपई छन्द|त्रिवेणी (काव्य विधा)}}
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| {[[फणीश्वरनाथ रेणु]] का जन्म स्थान है-(ल्युसेंट सा.हिन्दी,पृ.-308;प्रश्न-95
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| |type="()"}
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| +औराही हिंगना
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| -बिस्फी
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| -सिमरिया
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| -तरौनी
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| {निम्न में से कौन-सा लेखक समालोचक नहीं है? (ल्युसेंट सा.हिन्दी,पृ.-313;प्रश्न-98
| |
| |type="()"}
| |
| -[[रामचन्द्र शुक्ल]]
| |
| -[[हज़ारी प्रसाद द्विवेदी]]
| |
| -[[श्यामसुन्दर दास|डॉ. श्यामसुन्दर दास]]
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| +सरदार पूर्णसिंह
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| {[[शांत रस]] का स्थायी भाव क्या है? (एस.चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-481;प्रश्न-08
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| |type="()"}
| |
| +निर्वेद
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| -जुगुत्सा
| |
| -क्रोध
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| -शोक
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| ||{{seealso|रस|अलंकार}}
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| {24-24 मात्राओं की दो पंक्तियों वाले [[छन्द]] को क्या कहते हैं? (एस.चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-486;प्रश्न-08
| |
| |type="()"}
| |
| -[[सोरठा]]
| |
| +[[दोहा]]
| |
| -[[कुण्डलिया]]
| |
| -[[रोला]]
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| {'सुन्दर' का समानार्थी शब्द क्या होगा? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-01;प्रश्न-17
| |
| |type="()"}
| |
| +रमणीक
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| -मनोरथ
| |
| -दर्शनीय
| |
| -अनूठा
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| |
| {निम्नलिखित में से 'प्रसून' का [[पर्यायवाची शब्द|पर्यायवाची]] बताइए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-20;प्रश्न-08
| |
| |type="()"}
| |
| -वृक्ष
| |
| -चंद्रमा
| |
| +पुष्प
| |
| -अग्नि
| |
| ||{{seealso|पर्यायवाची कोश}}
| |
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| {"बिजली चले जाने से कल पूरा शहर '''अंधकार''' में डूबा रहा?" इस वाक्य में काले मोटे लिखे [[शब्द (व्याकरण)|शब्द]] का [[विलोम शब्द|विलोम]] बताइए?(एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-42;प्रश्न-04
| |
| |type="()"}
| |
| -उजाला
| |
| +प्रकाश
| |
| -ज्योति
| |
| -रोशनी
| |
|
| |
| {निम्नलिखित में से ‘देवभाषा’ कौन-सी है? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-210;प्रश्न-15
| |
| |type="()"}
| |
| -[[हिन्दी]]
| |
| -[[पाली]]
| |
| +[[संस्कृत]]
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| -[[खड़ी बोली]]
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| ||{{seealso|हिन्दी|हिन्दी की उपभाषाएँ एवं बोलियाँ}}
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| {"चलायमान रहने वाली सम्पत्ति।" इस वाक्य-खण्ड के लिए सही विकल्प का चयन कीजिए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-299;प्रश्न-19
| |
| |type="()"}
| |
| +चल सम्पत्ति
| |
| -अविचल सम्पत्ति
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| -अचल सम्पत्ति
| |
| -अस्थिर सम्पत्ति
| |
| ||{{seealso|वाक्यांश के लिए एक शब्द|हिंदी के अशुद्ध शब्द}}
| |
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| |
| {निम्नलिखित पद्यांश को समझकर सही [[छन्द]] का चयन कीजिए? (एस चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिंदी,पृ-299;प्रश्न-16
| |
| <poem>कहती हुई यों उत्तरा के नेत्र जल से भर गए।
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| हिम के कणों से पूर्ण मानो हो गए पंकज नए॥</poem>
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| |type="()"}
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| -[[कवित्त]]
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| -[[बरवै (छन्द)|बरवै]]
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| +[[हरिगीतिका]]
| |
| -घनाक्षरी
| |
| ||{{seealso|चौपई छन्द|अनुष्टुप छन्द|त्रिवेणी (काव्य विधा)}}
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| {[[रामचन्द्र शुक्ल]] का प्रसिद्ध [[ग्रंथ]] ‘हिन्दी साहित्य का इतिहास’ [[1920]] ई. में प्रकाशित ‘हिन्दी शब्दसागर’ की भूमिका में किस नाम से प्रस्तुत किया गया था? (ल्युसेंट सा.हिन्दी,पृ.-308;प्रश्न-99
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| |type="()"}
| |
| -हिन्दी साहित्य का इतिहास
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| +हिन्दी साहित्य का विकास
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| -हिन्दी साहित्येतिहास
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| -इनमें से कोई नहीं
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| {लेखक [[कमलेश्वर]] ने किन [[समाचार पत्र|समाचार पत्रों]] का सम्पादन किया? (ल्युसेंट सा.हिन्दी,पृ.-313;प्रश्न-99
| |
| |type="()"}
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| -[[अमर उजाला]] और दैनिक नव ज्योति
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| -[[दैनिक जागरण]] और [[दैनिक भास्कर]]
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| -राजस्थान पत्रिका और [[पंजाब केसरी]]
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| +इनमें से कोई नहीं
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| ||{{seealso|भारत में समाचार पत्रों का इतिहास}}
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| </quiz> | | </quiz> |
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