प्रयोग:गोविन्द6: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
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[[चित्र:Kapoor-Family-01.jpg|right|120px|link=भारतकोश सम्पादकीय 5 अक्टूबर 2015]]
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         दुनिया में जिन खोजों का विशेष महत्व है उनमें पहिया, शून्य, दशमलव, π (पाई), पुस्तक छपाई, गुरुत्वाकर्षण, बैटरी, मोटर, डायनमो आदि हैं। इनमें डायनमो ने जो प्रभाव डाला है वो तो ग़ज़ब है। बिजली का बनने और आम जन के लिए सुलभ हो जाने से जैसे दुनिया ही बदल गई। कह सकते हैं कि दुनिया दो हैं, एक बिजली से पहले की दुनिया और दूसरी बिजली के बाद की दुनिया। … [[भारतकोश सम्पादकीय 5 अक्टूबर 2015|पूरा पढ़ें]]
         जहाँ तक नारी विमर्श की बात है तो निश्चित रूप से गृहस्थ जीवन में संयुक्त परिवार एक गृहणी के लिए बंधनों से भरे रहे होंगे। नारी स्वतंत्रता जैसी स्थिति इन परिवारों में कितनी संभावना लेकर जीवित रहती होगी यह कहना कोई कठिन काम नहीं है। संयुक्त परिवार की व्यवस्था भारत के एक-आध राज्य को छोड़कर सामान्यत: पुरुष प्रधान थी। संयुक्त परिवार, एक परिवार न होकर एक कुटुंब होता था। जिसका मुखिया अपने या परंपराओं द्वारा निष्पादित नियमों को कुटुंब के सभी सदस्यों पर लागू करता था। … [[भारतकोश सम्पादकीय 5 अक्टूबर 2015|पूरा पढ़ें]]
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Revision as of 13:52, 5 October 2015

भारतकोश सम्पादकीय -आदित्य चौधरी
ये तेरा घर ये मेरा घर

right|120px|link=भारतकोश सम्पादकीय 5 अक्टूबर 2015

        जहाँ तक नारी विमर्श की बात है तो निश्चित रूप से गृहस्थ जीवन में संयुक्त परिवार एक गृहणी के लिए बंधनों से भरे रहे होंगे। नारी स्वतंत्रता जैसी स्थिति इन परिवारों में कितनी संभावना लेकर जीवित रहती होगी यह कहना कोई कठिन काम नहीं है। संयुक्त परिवार की व्यवस्था भारत के एक-आध राज्य को छोड़कर सामान्यत: पुरुष प्रधान थी। संयुक्त परिवार, एक परिवार न होकर एक कुटुंब होता था। जिसका मुखिया अपने या परंपराओं द्वारा निष्पादित नियमों को कुटुंब के सभी सदस्यों पर लागू करता था। … पूरा पढ़ें

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[[चित्र:Aditya-Chaudhary-Wishva-Hindi-Sammelan-2.jpg |border|right|120px|भारतकोश संस्थापक श्री आदित्य चौधरी जी को माननीय गृहमंत्री श्री राजनाथ सिंह 'विश्व हिन्दी सम्मान' से सम्मानित करते हुए|link=विश्व हिन्दी सम्मेलन 2015]]

भारतकोश संस्थापक श्री आदित्य चौधरी जी को 'विश्व हिन्दी सम्मान'

        भारतकोश संस्थापक श्री आदित्य चौधरी जी को दसवें विश्व हिन्दी सम्मेलन में भारतकोश का ऑनलाइन प्रकाशन एवं छात्रों को नि:शुल्क कम्प्यूटर शिक्षा देने के लिए भारत सरकार के विदेश मंत्रालय द्वारा निमंत्रण मिला। भारत के माननीय गृहमंत्री श्री राजनाथ सिंह ने 12 सितम्बर, 2015 को श्री आदित्य चौधरी जी को 'विश्व हिन्दी सम्मान' से सम्मानित किया। ...और पढ़ें


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