जग्गी वासुदेव: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
No edit summary
No edit summary
 
Line 12: Line 12:
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
<references/>
<references/>
==बाहरी कड़ियाँ==
==संबंधित लेख==
==संबंधित लेख==
{{योग}}
{{जग्गी वासुदेव विषय सूची}}
[[Category:जग्गी वासुदेव]][[Category:पद्म विभूषण]][[Category:प्रसिद्ध व्यक्तित्व]][[Category:प्रसिद्ध व्यक्तित्व कोश]][[Category:चरित कोश]][[Category:जीवनी साहित्य]]
[[Category:जग्गी वासुदेव]][[Category:पद्म विभूषण]][[Category:प्रसिद्ध व्यक्तित्व]][[Category:प्रसिद्ध व्यक्तित्व कोश]][[Category:चरित कोश]][[Category:जीवनी साहित्य]]
__NOTOC__
__NOTOC__

Latest revision as of 12:34, 22 August 2017

जग्गी वासुदेव विषय सूची
जग्गी वासुदेव
पूरा नाम सद्गुरु जग्गी वासुदेव
जन्म 3 सितम्बर, 1957
जन्म भूमि मैसूर, कर्नाटक
अभिभावक पिता- डॉ. वासुदेव और माता- सुशीला वासुदेव
पति/पत्नी विजयकुमारी
संतान राधे जग्गी
गुरु श्रीराघवेन्द्र राव
कर्म भूमि भारत
भाषा अंग्रेज़ी
शिक्षा स्‍नातक
विद्यालय मैसूर विश्‍वविद्यालय
पुरस्कार-उपाधि पद्म विभूषण, 2017
नागरिकता भारतीय
अन्य जानकारी जग्गी वासुदेव ईशा फ़ाउंडेशन के संस्थापक है। ईशा फ़ाउंडेशन भारत सहित संयुक्त राज्य अमेरिका, इंग्लैंड, लेबनान, सिंगापुर और ऑस्ट्रेलिया में योग कार्यक्रम सिखाता है, साथ ही साथ यह कई सामाजिक और सामुदायिक विकास योजनाओं पर भी काम करता है।
अद्यतन‎

सद्गुरु जग्गी वासुदेव (अंग्रेज़ी: Jaggi Vasudev, जन्म: 3 सितम्बर, 1957, मैसूर, कर्नाटक) विश्व प्रसिद्ध रहस्यवादी और भारतीय मूल के योगी हैं। वह बहुत प्रसिद्ध कवि थे। जीवन में उनका उद्देश्य लोगों की अपनी आध्यात्मिकता को प्रकट करने में मदद करना है। सद्गुरु जग्गी वासुदेव के कई योग केंद्र हैं, जो कि भारत के विभिन्न शहरों और संयुक्त राज्य अमेरिका में भी स्थापित किए गए हैं। जग्गी वासुदेव को भारत सरकार ने 25 जनवरी, 2017 को पद्म विभूषण पुरस्कार से सम्मानित किया।

परिचय

सद्गुरु जग्गी वासुदेव का जन्‍म 3 सितंबर 1957 को कर्नाटक राज्‍य के मैसूर शहर में हुआ। उनकी माता का नाम सुशीला वासुदेव था। उनके पिता एक डॉक्टर थे, बचपन से ही वासुदेव दूसरों की तुलना में काफी अलग थे। तेरह साल की उम्र में उन्होंने श्रीराघवेन्द्र राव, जिन्‍हें मल्‍लाडिहल्‍लि स्वामी के नाम से जाना जाता है, से प्राणायाम और आसन जैसे योग सीखे। मैसूर विश्‍वविद्यालय से उन्‍होंने अंग्रेज़ी भाषा में स्‍नातक की उपाधि प्राप्‍त की। जब वासुदेव पच्चीस वर्ष के थे, तो उन्होंने एक असामान्य घटना देखी, जो उन्हें जीवन और भौतिक वस्तुओं दूर और त्याग की ओर ले गयी। उनकी पत्नी का नाम विजयाकुमारी व पुत्री राधे जग्गी हैं।[1]

योगदान

जग्गी वासुदेव ईशा फ़ाउंडेशन के संस्थापक है। ईशा फ़ाउंडेशन भारत सहित संयुक्त राज्य अमेरिका, इंग्लैंड, लेबनान, सिंगापुर और ऑस्ट्रेलिया में योग कार्यक्रम सिखाता है, साथ ही साथ यह कई सामाजिक और सामुदायिक विकास योजनाओं पर भी काम करता है। सद्गुरु जग्गी वासुदेव द्वारा स्थापित ईशा फाउंडेशन एक लाभ-रहित मानव सेवा संस्थान है, जो लोगों की शारीरिक, मानसिक और आतंरिक कुशलता के लिए समर्पित है। यह दो लाख पचास हजार से भी अधिक स्वयंसेवियों द्वारा चलाया जाता है। इसका मुख्यालय ईशा योग केंद्र कोयंबटूर में है। जग्गी वासुदेव ईशा फ़ाउंडेशन के संस्थापक है। ईशा फ़ाउंडेशन भारत सहित संयुक्त राज्य अमेरिका, इंग्लैंड, लेबनान, सिंगापुर और ऑस्ट्रेलिया में योग कार्यक्रम सिखाता है, साथ ही साथ यह कई सामाजिक और सामुदायिक विकास योजनाओं पर भी काम करता है।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. सद्गुरु जग्गी वासुदेव (हिंदी) www.1hindi.com। अभिगमन तिथि: 13 अगस्त, 2017।

संबंधित लेख

जग्गी वासुदेव विषय सूची