प्रयोग:कविता सा.-1: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
No edit summary
No edit summary
Line 6: Line 6:
<quiz display=simple>
<quiz display=simple>


 
{'भारतमाता' किसने चित्रित किया? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-100,प्रश्न-14
 
 
{ज़्यामितीय रूपाकारों का प्रयोग किस लोक कला में उपलब्ध है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-171,प्रश्न-36
|type="()"}
+[[सांझी]]
-[[अल्पना]]
-मांडना
-अधोरी
||ज्यामितीय रूपाकारों का प्रयोग [[ब्रज]] की लोक कला '[[सांझी]]' में उपलब्ध है। सांझी देखने में रंगोली जैसी ही प्रतीत होता है।
 
{[[अंजलि इला मेनन]] का जन्म स्थान कहाँ है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-191,प्रश्न-54
|type="()"}
-[[उत्तर प्रदेश]]
-[[दिल्ली]]
+[[पश्चिम बंगाल]]
-[[महाराष्ट्र]]
||[[अंजलि इला मेनन]] [[चित्रकला]] से संबंधित हैं। अंजली इला मेनन का जन्म [[पश्चिम बंगाल]] में हुआ था। यह समकालीन चित्रकला की चित्रकार हैं। इन्होंने वर्ष [[1958]] में अपनी पहली एकल प्रदर्शनी लगाई थी। वर्ष [[2000]] में इन्हें [[पद्म श्री]] तथा [[4 जून]], [[2013]] को लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। उन्हें यह पुरस्कार अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर लगाई गई' द वाल्ड सिटी' शीर्षक चित्रकृति के अनावरण के अवसर पर प्रदान किया गया।
 
{जैन चित्र [[काग़ज़]] पर कब बने? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-44,प्रश्न-27
|type="()"}
|type="()"}
+13वीं शताब्दी
-रबीन्द्रनाथ टैगोर
-14वीं शताब्दी
-बेंद्रे
-15वीं शताब्दी
+हुसैन
-16वीं शताब्दी
-नंदलाल बोस
||जैन चित्र [[काग़ज़]] पर 13वीं शताब्दी में बने। 7वीं से 12वीं शताब्दी तक संपूर्ण [[भारत]] में [[जैन चित्रकला|जैन शैली]] का विशेष प्रभाव रहा। प्रारंभ में ग्रंथों तथा चित्रों के निर्माण में ताल के पत्तों तथा बाद में काग़ज़ का प्रयोग किया गया।
||एम.एफ. हुसैन प्रसिद्ध चित्र 'नीली रात' के चित्रकार हैं। इनकी कला यथार्थवादी चित्रांकन से लेकर उन्नीसवीं शताब्दी की ब्रिटिश अकादमिक परंपरा से संभावित शैली का प्रतिनिधित्व करती है। इन्होंने कई फिल्में बनाई जिनमें मीनाक्षी, गजगामिनी,थ्रू द आइज ऑफ पेंटर आदि इनकी प्रमुख फिल्में हैं। साथ ही सुप्रसिद्ध चित्र शृंखलाएं भी बनाई जिसमें प्रमुख हैं- सरस्वती, मदर टेरेसा, घोड़े, माधुरी, जमीन, लैंप और मकड़ी, दो स्त्रियों का संवाद, मुर्गा, अंतिम भोज, राइडर्ज, आपातकाल, ढोलकिया, नीला रात, जापान में प्रेमी, दुपट्टों में तीन औरतें, बनारस के घाट तथा भारतमाता (यह चित्र काफी विवादास्पद रहा) आदि।


{[[जयपुर]] [[चित्रकार|चित्रकारों]] की प्रिय विषय-वस्तु रही है- (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-50,प्रश्न-24
{'सुरजन' नामक चित्रकार किस शैली का प्रमुख चित्रकार था? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-53,प्रश्न-3
|type="()"}
|type="()"}
+[[बिहारी सतसई]]
-बंगाल
-लोक चित्र
+बूंदी
-बाल चित्र
-किशनगढ़
-रेखा चित्र
-दक्खिनी
||जयपुर चित्रकारों की प्रिय विषय-वस्तु में राजदरबार, कृष्ण चरित्र, बारहमासा, बिहारी सतसई, विभिन्न देवी-देवताओं की छवियां तथा साधु-संतों का जीवन और स्त्री सौंदर्य है।
||'सुरजन सिंह' नामक चित्रकार बूंदी शैली के प्रमुख चित्रकार थे। इनके द्वारा बूंदी को प्रोत्साहन मिला इनके द्वारा चित्रित कुछ प्रमुख चित्र जैसे-ग्रीष्म में हाथी, कांट निकालती स्त्री आदि प्रिंस ऑफ़ वेल्स म्यूजियम मुंबई में सुरक्षित हैं।


{भारतीय [[चित्रकला]] में प्रसिद्ध पक्षी-चित्रकार कौन था? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-60,प्रश्न-34
{अबनीन्द्रनाथ टैगोर ने किस माध्यम में अपने चित्र बनाये? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-79,प्रश्न-13
|type="()"}
|type="()"}
+मंसूर
-टेम्परा
-निहाल चंद्र
-तैल रंग
-बिहजाद
+जलरंग
-दौलतराम
-गुआश
||भारतीय चित्रकला में प्रसिद्ध पक्षी-चित्रकार मंसूर था। [[जहांगीर]] के शासनकाल में मंसूर द्वारा श्रेष्ठ पशु-पक्षी के चित्र बनाए गए। मंसूर द्वारा विश्व प्रसिद्ध बाज पक्षी का चित्रण किया गया। जहांगीर अपने समय में अबुल हसन को सबसे अच्छा चित्रकार मानता था। जिसे वह बहुत चाहता था।
||वॉश पेंटिंश (जलरंग तकनीक) का प्रारंभ शांति निकेतन कला महाविद्यालय, कोलकाता (कलकत्ता) से हुआ।


{[[अकबर]] के समय तैयार की गयी '[[बाबरनामा]]' की एक प्रति सुरक्षित है- (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-68,प्रश्न-81
{राजा रवि वर्मा किस कला के लिए प्रसिद्ध हैं? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-91,प्रश्न-13
|type="()"}
|type="()"}
-प्रिंस ऑफ़ वेल्स संग्रहालय, [[मुंबई]] में
-मूर्तिकला
-राष्ट्रीय आधुनिक कला संग्रहालय में
-नाट्यकला
-दिल्ली पब्लिक लाइब्रेरी में
+चित्रकला
+[[राष्ट्रीय संग्रहालय, दिल्ली|राष्ट्रीय संग्रहालय नई दिल्ली]] में
-नृत्यकला
||अकबर के समय तैयार की गई '[[बाबरनामा]]' की एक प्रति राष्ट्रीय संग्रहालय, [[नई दिल्ली]] में सुरक्षित है। इस प्रति को संग्रहालय ने 'आगरा कॉलेज आगरा' से प्राप्त किया था।{{point}} '''अधिक जानकारी के लिए देखें-:''' [[राष्ट्रीय संग्रहालय, दिल्ली|राष्ट्रीय संग्रहालय नई दिल्ली]]
||राजा रवि वर्मा चित्रकला के लिए प्रसिद्ध हैं। वे विंदेशी चित्रण पद्धति (यूरोपीय चित्रशैली) और तैलीय चित्रशैली की चित्रकला बनाये थे। राजा रवि वर्मा यूरोपीय शैली में भारतीय विषयों पर चित्र बनाने वाले पहले कलाकार थे। इन्होंने थियोडोर जेनसन नामक डच चित्रकार से यूरोपीय शैली की चित्रकारी शिक्षा ली थी। इनकी चित्रकला पौराणिक, धार्मिक और राष्ट्रीय भावना से प्रभावित है।


{[[भारतीय संविधान]] का मूलग्रंथ किसने सज्जित किया? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-81,प्रश्न-31
{माइकेल एंजिलो द्वारा निर्मित मूर्ति 'डेविड' की कुल ऊंचाई है- (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-106,प्रश्न-18
|type="()"}
|type="()"}
-[[अवनीन्द्रनाथ टैगोर]]
-15 फुट
-असित कुमार हल्दर
+18 फुट
-क्षितीन्द्रनाथ मजूमदार
-10 फुट
+[[नंदलाल बोस]]
-22 फुट
||[[भारतीय संविधान]] का मूलग्रंथ [[नंदलाल बोस]] ने सज्जित किया था। नंदलाल बोस ने [[अवनीन्द्रनाथ टैगोर|अबनीन्द्रनाथ टैगोर]] से कला की शिक्षा प्राप्त की थी। इन्होंने [[रबींद्रनाथ टैगोर]] की साहित्यिक कृतियों के लिए ही चित्र बनाए थे। [[नंदलाल बोस]] ने [[लखनऊ]], फैजपुर व हरिपुरा कांग्रेस सम्मेलनों के पंडालों की सज्जा बंगाल की पटुआ कला के आधार पर थी। इस कलात्मक सज्जा में उन्होंने भारतीय ग्राम्य जीवन का अवलोकन चित्रों के माध्यम से किया था।
||माइकेल एंजिलो द्वारा निर्मित मूर्ति डेविड की ऊंचाई 4.34 मीं. (14.2 फीट) तथा आधार सहित 5.17 मी. (17.0) फीट है। अत: उपर्युक्त में से कोई विकल्प सही नहीं है, किंतु मूर्ति की पूरी ऊंचाई आधार सहित मानी जाए तो नजदीकी उत्तर विकल्प (b) हो सकता है।


{'[[कला]]' किस भाषा का शब्द है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-226,प्रश्न-304
{भारतीय कलाकारों में किस पर प्रभाववाद का प्रभाव है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-118,प्रश्न-23
|type="()"}
|type="()"}
-[[हिंदी]]
-रवि वर्मा
-[[उर्दू]]
+राम किंकर
+[[संस्कृत]]
-रणवीर सिंह विष्ट
-[[अ‍ंग्रेजी]]
-रबींद्रनाथ टैगोर
||'कला' [[संस्कृत भाषा]] का शब्द है क्योंकि संस्कृत भाषा में कला शब्द की सिद्धि 'कलु' धातु से हुई है जिसका अर्थ है- 'संस्थान'। संख्यान शब्द से तात्पर्य हैं, 'स्पष्ट वाणी में प्रकटना' ' कल् धातु' में 'अच्' तथा 'टाप्' प्रत्यय (कल्+अच्+टाप्) लगाने से 'कला' शब्द निष्पन्न किया जाता है।
||राम किंकर बैज भारत प्रसिद्ध मूर्तिकार थे। आधुनिक भारतीय मूर्तिकला के अग्रदूतों में उनकी गणना होती थी। वर्ष 1970 में उन्हें पद्मभूषण से सम्मानित किया गया। शांतिनिकेतन के कलाभवन की लाइब्रेरी में रखी पुस्तकों को पढ़ने से इन पर पश्चिमी प्रभाववाद का असर पड़ा और इन्होंने उस कला को अपनी कला में शामिल कर लिया।


{[[अजंता]] के भित्तिचित्र किस माध्यम या विधि से निर्मित किए गए हैं? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-29,प्रश्न-3
{अजंता, एलोरा की गुफाओं को सबसे पहले किसने देखा? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-30,प्रश्न-16
|type="()"}
|type="()"}
-तैल विधि
+ह्वेनसांग
-जल विधि
-एडवर्ड
-पेस्टल विधि
-एलेक्स
+मिश्रित विधि
-रिचर्ड
||ह्वेनसांग छठीं शताब्दी में भारत यात्रा पर आया जबकि विकल्प में प्रस्तुत अन्य व्यक्ति बाद में आए इसलिए ह्वेनसांग ने अजंता, एलोरा की गुफाओं को सबसे पहले देखा।


{प्रख्यात चित्र 'बैल' के चित्रकार हैं? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-94,प्रश्न-3
{कांगड़ा किस चित्रकला की शैली है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-74,प्रश्न-12
|type="()"}
|type="()"}
-एन.एस. गोयनतोड़े
-मुगल चित्रकला
+के.एस. कुलकर्णी
-राजस्थानी चित्रकला
-शांति दवे
+पहाड़ी चित्रकला
-राघव कनेरिया
-डेकनी चित्रकला
||के.एस. कुलकर्णी के चित्रों में प्रमुख रूप से स्त्री-पुरुष के नग्न चित्र, बैल के चित्र, पनघट के चित्र, [[पं. जवाहरलाल नेहरू]], [[इंदिरा गांधी]], प्राकृतिक दृश्य इत्यादि हैं।
||महाराजा संसारचंद (1775-1823 ई.) में पहाड़ी चित्रकला शैली को संरक्षण प्रदान किया। कांगड़ा शैली (पहाड़ी शैली) राजा संसारचंद के समय विकसित हुई। कटोच राजवंश के संसारचंद चित्र में प्रेमी, साहित्य प्रेमी तथा सगीत के मर्मझ थे। संसारचंद के समय कांगड़ा चित्रकला उन्नति के शिखर पर थी। कांगड़ा शैली के प्रमुख चित्रकारी केंद्र गुलेर, नूरपुर, तोंरा, सुजानपुर तथा नादौर थे।


{सौन्दर्यशास्त्र के अनुसार भाव होते हैं- (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-156,प्रश्न-13
{किस चित्रकार ने 'स्कूल ऑफ़ एथेंस' चित्रित किया था? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-107,प्रश्न-30
|type="()"}
|type="()"}
-5
-माइकेल एंजिलो
-8
-टीशियन
+9
-लियोनार्दो
-12
+राफेल
||[[रस|रसों]] को नौ भागों में बांटा गया है। ये हैं- [[श्रृंगार रस|शृंगार]], [[हास्य रस|हास्य]], [[करुण रस|करुण]], [[रौद्र रस|रौद्र]], [[वीर रस|वीर]], [[भयानक रस|भयानक]], [[वीभत्स रस|वीभत्स]], [[अद्भुत रस|अद्भुत]] तथा [[शांत रस|शांत]]। इन रसों के स्थायी भाव क्रमश" रति, हास, शोक, क्रोध, उत्साह, भय, घृणा/जुगुप्सा, आश्चर्य तथा निर्वेद हैं। सहृदय के अंत:करण में जो मनोविकार वासना या संस्कार रूप में विद्यमान रहते हैं तथा जिन्हें कोई भी विरोधी या अविरोधी दबा नहीं सकता, उन्हें स्थायी भाव कहते हैं।
||पुनरुत्थानवादी चित्रकार (इटालियन) राफेक सैंजिओ के प्रमुख चित्र हैं- सैनिक का स्वप्न, स्कूल ऑफ़ एथेंस, क्रूसीफिक्शन, सिस्टीन मेडोना, मेडोना ऑफ़ द गोल्ड फिंचम परनासस, ज्यूरिस प्रूडेंस, द मैरिज ऑफ़ वर्जिन, ट्रांसफिगरेशन इत्यादि।
 


</quiz>
</quiz>
|}
|}
|}
|}

Revision as of 12:23, 21 November 2017

1 'भारतमाता' किसने चित्रित किया? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-100,प्रश्न-14

रबीन्द्रनाथ टैगोर
बेंद्रे
हुसैन
नंदलाल बोस

2 'सुरजन' नामक चित्रकार किस शैली का प्रमुख चित्रकार था? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-53,प्रश्न-3

बंगाल
बूंदी
किशनगढ़
दक्खिनी

3 अबनीन्द्रनाथ टैगोर ने किस माध्यम में अपने चित्र बनाये? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-79,प्रश्न-13

टेम्परा
तैल रंग
जलरंग
गुआश

4 राजा रवि वर्मा किस कला के लिए प्रसिद्ध हैं? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-91,प्रश्न-13

मूर्तिकला
नाट्यकला
चित्रकला
नृत्यकला

5 माइकेल एंजिलो द्वारा निर्मित मूर्ति 'डेविड' की कुल ऊंचाई है- (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-106,प्रश्न-18

15 फुट
18 फुट
10 फुट
22 फुट

6 भारतीय कलाकारों में किस पर प्रभाववाद का प्रभाव है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-118,प्रश्न-23

रवि वर्मा
राम किंकर
रणवीर सिंह विष्ट
रबींद्रनाथ टैगोर

7 अजंता, एलोरा की गुफाओं को सबसे पहले किसने देखा? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-30,प्रश्न-16

ह्वेनसांग
एडवर्ड
एलेक्स
रिचर्ड

8 कांगड़ा किस चित्रकला की शैली है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-74,प्रश्न-12

मुगल चित्रकला
राजस्थानी चित्रकला
पहाड़ी चित्रकला
डेकनी चित्रकला

9 किस चित्रकार ने 'स्कूल ऑफ़ एथेंस' चित्रित किया था? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-107,प्रश्न-30

माइकेल एंजिलो
टीशियन
लियोनार्दो
राफेल