अंगुलि छाप पॉउडर: Difference between revisions

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'''अंगुलि छाप पाउडर''' फोटोग्राफी द्वारा घटनास्थल पर मिली अंगुलियों की छाप का अध्ययन जिस पाउडर द्वारा किया जाता है उसे अंगुलि छाप पाउडर कहते हैं। इसका प्रयोग फोटोग्राफ में अधिक वैषम्य बढ़ाने के लिए किया जाता है। पाउडर द्वारा अंगुली के निशानों को प्रदर्शित करने के लिए पाउडर के रंग का चयन करना बहुत आवश्यक है। पाउडर का चयन बहुत से कारणों पर आधारित है। भूरे रंग की पृष्ठभूमि पर गहरे काले रंग का फोटो तैयार करके अध्ययन करने में सुविथा होती है। पर कहीं-कहीं श्वेत पृष्ठभूमि पर काले रंग के निशान का अध्ययन करना सरल होता है। इस दशा में सफेद रंग के पाउडर से धूलीकरण करने के उपरांत फोटो लेकर उसकी स्लाइड तैयार की जाती है। साधारणतया श्वेत पृष्ठभूमि पर काले पाउडर तथा काली पृष्ठभूमि पर सफेद पाउडर का ही प्रयोग किया जाता है। लेकिन यदि बहुरंगों वस्तु पर अंगुली का निशान है तब रंग चयन में असुविधा होती है। जैसे अंगुली का निशान सफेद तथा नीले रगं की पृष्ठभूमि पर पड़ता है तो वैषम्य बढ़ाने के लिए लाल रंग के पाउडर का प्रयोग करना अच्छा होता है।
'''अंगुलि छाप पॉउडर''' फोटोग्राफी द्वारा घटनास्थल पर मिली अंगुलियों की छाप का अध्ययन जिस पॉउडर द्वारा किया जाता है उसे '''अंगुलि छाप पॉउडर''' कहते हैं। इसका प्रयोग फोटोग्राफ में अधिक वैषम्य बढ़ाने के लिए किया जाता है। पाउडर द्वारा अंगुली के निशानों को प्रदर्शित करने के लिए पॉउडर के [[रंग]] का चयन करना बहुत आवश्यक है।  
;पॉउडर का चयन
पॉउडर का चयन बहुत से कारणों पर आधारित है। [[भूरा रंग|भूरे रंग]] की पृष्ठभूमि पर गहरे [[काला रंग|काले रंग]] का फोटो तैयार करके अध्ययन करने में सुविधा होती है। पर कहीं-कहीं [[श्वेत रंग|श्वेत]] पृष्ठभूमि पर काले रंग के निशान का अध्ययन करना सरल होता है। इस दशा में सफेद रंग के पॉउडर से धूलीकरण करने के उपरांत फोटो लेकर उसकी स्लाइड तैयार की जाती है। साधारणतया श्वेत पृष्ठभूमि पर काले पाउडर तथा काली पृष्ठभूमि पर सफेद पाउडर का ही प्रयोग किया जाता है। लेकिन यदि बहुरंगों वस्तु पर अंगुली का निशान है तब [[रंग]] चयन में असुविधा होती है। जैसे अंगुली का निशान सफेद तथा [[नीला रंग|नीले रंग]] की पृष्ठभूमि पर पड़ता है तो वैषम्य बढ़ाने के लिए [[लाल रंग]] के पॉउडर का प्रयोग करना अच्छा होता है।


प्रत्येक रंग के पाउडर को अपनी विशेषता होती है जो स्थान-स्थान पर, वस्तु-वस्तु पर निर्भर करती है। नीचे कुछ पाउडर सूत्र में लिखे गए हैं जिनका भि­­Ö -भि­­Ö दशाओं में प्रयोग करके अंगुलियों की छाप का अध्ययन किया जाता है:
;विशेषताएँ
प्रत्येक रंग के पॉउडर को अपनी विशेषता होती है जो स्थान-स्थान पर, वस्तु-वस्तु पर निर्भर करती है। नीचे कुछ पॉउडर सूत्र में लिखे गए हैं जिनका भि­­न्न -भि­­न्न दशाओं में प्रयोग करके अंगुलियों की छाप का अध्ययन किया जाता है:


लैंप ब्लैक ७० भाग
लैंप ब्लैक ७० भाग
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(७) प्रतिदीप्त-ऐं्थ्राासीन, बारीक पिसा चूर्ण
(७) प्रतिदीप्त-ऐं्थ्राासीन, बारीक पिसा चूर्ण


बहुरंगी सतहों पर की अंगुलि छाप के फोटो साधारण पाउडर से तैयार नहीं होते। ऐसी स्थिति में ऐंथ्राासीन पाउडर से उस छाप का धूलीकरण किया जाता है और अँधेरे में पराबैंगनी प्रकाश से पाउडर के प्रतिदीप्त गुणों के कारणं फोटो लिए जा सकते हैं।<ref> (नि. सिं.)</ref>
बहुरंगी सतहों पर की अंगुलि छाप के फोटो साधारण पाउडर से तैयार नहीं होते। ऐसी स्थिति में ऐंथ्राासीन पॉउडर से उस छाप का धूलीकरण किया जाता है और अँधेरे में पराबैंगनी प्रकाश से पॉउडर के प्रतिदीप्त गुणों के कारण फोटो लिए जा सकते हैं।<ref> (नि. सिं.)</ref>





Revision as of 11:48, 25 July 2018

अंगुलि छाप पॉउडर फोटोग्राफी द्वारा घटनास्थल पर मिली अंगुलियों की छाप का अध्ययन जिस पॉउडर द्वारा किया जाता है उसे अंगुलि छाप पॉउडर कहते हैं। इसका प्रयोग फोटोग्राफ में अधिक वैषम्य बढ़ाने के लिए किया जाता है। पाउडर द्वारा अंगुली के निशानों को प्रदर्शित करने के लिए पॉउडर के रंग का चयन करना बहुत आवश्यक है।

पॉउडर का चयन

पॉउडर का चयन बहुत से कारणों पर आधारित है। भूरे रंग की पृष्ठभूमि पर गहरे काले रंग का फोटो तैयार करके अध्ययन करने में सुविधा होती है। पर कहीं-कहीं श्वेत पृष्ठभूमि पर काले रंग के निशान का अध्ययन करना सरल होता है। इस दशा में सफेद रंग के पॉउडर से धूलीकरण करने के उपरांत फोटो लेकर उसकी स्लाइड तैयार की जाती है। साधारणतया श्वेत पृष्ठभूमि पर काले पाउडर तथा काली पृष्ठभूमि पर सफेद पाउडर का ही प्रयोग किया जाता है। लेकिन यदि बहुरंगों वस्तु पर अंगुली का निशान है तब रंग चयन में असुविधा होती है। जैसे अंगुली का निशान सफेद तथा नीले रंग की पृष्ठभूमि पर पड़ता है तो वैषम्य बढ़ाने के लिए लाल रंग के पॉउडर का प्रयोग करना अच्छा होता है।

विशेषताएँ

प्रत्येक रंग के पॉउडर को अपनी विशेषता होती है जो स्थान-स्थान पर, वस्तु-वस्तु पर निर्भर करती है। नीचे कुछ पॉउडर सूत्र में लिखे गए हैं जिनका भि­­न्न -भि­­न्न दशाओं में प्रयोग करके अंगुलियों की छाप का अध्ययन किया जाता है:

लैंप ब्लैक ७० भाग

ग्रेफाइट २० भाग

अकेशिया चूर्ण १० भाग

चारकोल ७४ भाग

अल्यूमीनियम २४ भाग

ड्रैगन रक्त २ भाग

लेड आक्साइड (भूरा) ६० भाग

चारकोल ३८ भाग

पुलर मिट्टी १ भाग

अल्यूमीनियम १ भाग

(4) अल्यूमीनियम ७५ भाग

चारकोल २० भाग

ड्रैगन रक्त ५ भाग

(५) लिकोपोडियम ९० भाग

साउडन रेड १० भाग

(६) काला मैंगनीज डाईआक्साइड ८५ प्रतिशत भार

ग्रेफाइट (चूर्ण) १४.७५ प्रतिशत भार

अल्यूमीनियम लाइनिंग पाउडर ०.२५ प्रतिशत भार

(७) प्रतिदीप्त-ऐं्थ्राासीन, बारीक पिसा चूर्ण

बहुरंगी सतहों पर की अंगुलि छाप के फोटो साधारण पाउडर से तैयार नहीं होते। ऐसी स्थिति में ऐंथ्राासीन पॉउडर से उस छाप का धूलीकरण किया जाता है और अँधेरे में पराबैंगनी प्रकाश से पॉउडर के प्रतिदीप्त गुणों के कारण फोटो लिए जा सकते हैं।[1]



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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. (नि. सिं.)

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