|
|
Line 1: |
Line 1: |
| {| class="bharattable-green" width="100%"
| | #REDIRECT [[पहेली 19 सितम्बर 2020]] |
| |-
| |
| | [[चित्र:Paheli-logo.png|right|120px]]
| |
| <quiz display=simple>
| |
| {किस [[मराठा]] शासक के शासनकाल को '[[पेशवा|पेशवाओं]] के शासनकाल' के नाम से जाना जाता है?
| |
| |type="()"}
| |
| -[[छत्रपति राजाराम|राजाराम]]
| |
| -[[औरंगज़ेब]]
| |
| +[[शाहू]]
| |
| -[[शम्भुजी|शम्भाजी]]
| |
| ||'शाहू' जिसे 'शिवाजी द्वितीय' के नाम से भी जाना जाता है, [[शिवाजी|छत्रपति शिवाजी]] का पौत्र तथा [[शम्भुजी]] और [[येसूबाई]] का पुत्र था। शाहू, शम्भुजी का उत्तराधिकारी था, जिसने [[राजाराम शिवाजी|राजाराम]] और [[ताराबाई]] के पुत्र [[शिवाजी तृतीय]] को अपनी अधीनता स्वीकार करने के लिये विवश किया। [[औरंगज़ेब]] ने शाहू को 'साधु' कहना शुरू किया था, इसी से उसका नाम शाहू हो गया। [[बाजीराव प्रथम]] तथा [[बालाजी बाजीराव]] ने, जो क्रमश: द्वितीय तथा तृतीय [[पेशवा]] हुए, [[शाहू]] की शक्ति एवं सत्ता का उत्तरी तथा दक्षिणी [[भारत]] में विशेष विस्तार किया। वस्तुत: शाहू ने पेशवा का पद [[बालाजी विश्वनाथ]] के वंशजों को पैतृक रूप में दे दिया था और स्वयं राज्यकार्य में विशेष रुचि न लेकर शासन का समस्त भार पेशवाओं पर ही छोड़ दिया।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[शाहू]]
| |
| </quiz>
| |
| | |
| <noinclude>
| |
| {{पहेली क्रम |पिछली=[[पहेली 18 सितंबर 2020]]|अगली=[[पहेली 20 सितंबर 2020]]}}
| |
| <br />
| |
| {{सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी}}
| |
| |}
| |
| [[Category:भारतकोश पहेली]]
| |
| __INDEX__
| |
| </noinclude>
| |