आसेन ईवर: Difference between revisions

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
(''''आसेन ईवर''' (1813-96) नार्वे के भाषावैज्ञानिक; जन्म सैडमो...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
 
No edit summary
Line 1: Line 1:
'''आसेन ईवर''' (1813-96) नार्वे के भाषावैज्ञानिक; जन्म सैडमोर (नार्वे) में। वहां के लोकजीवन, साहित्य और गीतों का ईवर में गहरा अध्ययन किया था। उसी लोकभाषा को कुछ हेर फेर कर एक नई लोकभाषा को इन्होंने जन्म दिया जो अत्यंत लोकप्रिय हुई । बाद में लोकजीवन पर लिखनेवाले विद्वानों ने इसी को अपनाया। कुछ उत्साही वर्ग इसी को राजभाषा बनाने के पक्ष में थे। साहित्य के इतिहास में आसेन ही ऐसे व्यक्ति हैं जिन्होंने एक ऐसी नवीन भाषा का निर्माण किया जो इतनी जनप्रिय भी हुई।<ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=हिन्दी विश्वकोश, खण्ड 1|लेखक= |अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक= नागरी प्रचारिणी सभा, वाराणसी|संकलन= भारत डिस्कवरी पुस्तकालय|संपादन= |पृष्ठ संख्या=465 |url=}}</ref>  
[[चित्र:Ivar-Aasen.jpg|thumb|250px|ईवर आसेन]]
 
'''ईवर आसेन''' ([[अंग्रेज़ी]]: ''Ivar Andreas Aasen'', जन्म- [[1813]]; मृत्यु- [[1896]]) नार्वे के प्रसिद्ध [[भाषा]] वैज्ञानिक थे। उनका जन्म नार्वे के सैडमोर में हुआ था।<br />
<br />
*नार्वे के लोक जीवन, [[साहित्य]] और गीतों का ईवर आसेन ने गहरा अध्ययन किया। उसी लोक भाषा को कुछ हेर-फेर कर एक नई लोक भाषा को जन्म दिया, जो अत्यंत लोकप्रिय हुई। बाद में लोकजीवन पर लिखने वाले विद्वानों ने इसी को अपनाया। कुछ उत्साही वर्ग इसी को राजभाषा बनाने के पक्ष में थे।
*साहित्य के इतिहास में ईवर आसेन ही ऐसे व्यक्ति थे, जिन्होंने एक ऐसी नवीन [[भाषा]] का निर्माण किया, जो इतनी जनप्रिय भी हुई।<ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=हिन्दी विश्वकोश, खण्ड 1|लेखक= |अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक= नागरी प्रचारिणी सभा, वाराणसी|संकलन= भारत डिस्कवरी पुस्तकालय|संपादन= |पृष्ठ संख्या=465 |url=}}</ref>  


{{लेख प्रगति|आधार= |प्रारम्भिक=प्रारम्भिक2 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}
{{लेख प्रगति|आधार= |प्रारम्भिक=प्रारम्भिक2 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}
Line 6: Line 9:
<references/>
<references/>
==संबंधित लेख==
==संबंधित लेख==
[[Category:चरित कोश]][[Category:जीवनी साहित्य]]
 
[[Category:हिन्दी विश्वकोश]]
[[Category:चरित कोश]][[Category:जीवनी साहित्य]][[Category:हिन्दी विश्वकोश]][[Category:भाषा कोश]]
__INDEX__
__INDEX__

Revision as of 12:18, 10 January 2021

thumb|250px|ईवर आसेन ईवर आसेन (अंग्रेज़ी: Ivar Andreas Aasen, जन्म- 1813; मृत्यु- 1896) नार्वे के प्रसिद्ध भाषा वैज्ञानिक थे। उनका जन्म नार्वे के सैडमोर में हुआ था।

  • नार्वे के लोक जीवन, साहित्य और गीतों का ईवर आसेन ने गहरा अध्ययन किया। उसी लोक भाषा को कुछ हेर-फेर कर एक नई लोक भाषा को जन्म दिया, जो अत्यंत लोकप्रिय हुई। बाद में लोकजीवन पर लिखने वाले विद्वानों ने इसी को अपनाया। कुछ उत्साही वर्ग इसी को राजभाषा बनाने के पक्ष में थे।
  • साहित्य के इतिहास में ईवर आसेन ही ऐसे व्यक्ति थे, जिन्होंने एक ऐसी नवीन भाषा का निर्माण किया, जो इतनी जनप्रिय भी हुई।[1]


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. हिन्दी विश्वकोश, खण्ड 1 |प्रकाशक: नागरी प्रचारिणी सभा, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 465 |

संबंधित लेख