अवकुण्ठनम्: Difference between revisions
Jump to navigation
Jump to search
[unchecked revision] | [unchecked revision] |
(''''अवकुण्ठनम्''' (नपुंसक लिंग) [अव+कुण्ठ्+ल्युट्] 1. घेर...' के साथ नया पृष्ठ बनाया) |
No edit summary |
||
Line 3: | Line 3: | ||
1. घेरना, घेरा डालना | 1. घेरना, घेरा डालना | ||
2. आकृष्ट करना, कस के पकड़ना<ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश|लेखक=वामन शिवराम आप्टे|अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक=कमल प्रकाशन, नई दिल्ली-110002|संकलन= |संपादन= |पृष्ठ संख्या=114|url=|ISBN=}}</ref> | |||
कस के पकड़ना<ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश|लेखक=वामन शिवराम आप्टे|अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक=कमल प्रकाशन, नई दिल्ली-110002|संकलन= |संपादन= |पृष्ठ संख्या=114|url=|ISBN=}}</ref> | |||
Latest revision as of 08:18, 14 May 2024
अवकुण्ठनम् (नपुंसक लिंग) [अव+कुण्ठ्+ल्युट्]
1. घेरना, घेरा डालना
2. आकृष्ट करना, कस के पकड़ना[1]
- REDIRECTसाँचा:इन्हें भी देखें
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश |लेखक: वामन शिवराम आप्टे |प्रकाशक: कमल प्रकाशन, नई दिल्ली-110002 |पृष्ठ संख्या: 114 |
संबंधित लेख