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==कविसम्मेलन==
==कविसम्मेलन==
सन [[1962]] से [[1968]] तक अशोक चक्रधर जी ने बालकवि '''अशोक शर्मा''' के रूप में कविसम्मेलनों में सहभागिता की। दस वर्ष के अंतराल के बाद पुनः सन [[1978]] से कविसम्मेलनों की वाचिक परंपरा में वापसी हुई है। अबतक देश और विदेश में हज़ारों कविसम्मेलनों में काव्यपाठ कर चुके हैं।
सन [[1962]] से [[1968]] तक अशोक चक्रधर जी ने बालकवि '''अशोक शर्मा''' के रूप में कविसम्मेलनों में सहभागिता की। दस वर्ष के अंतराल के बाद पुनः सन [[1978]] से कविसम्मेलनों की वाचिक परंपरा में वापसी हुई है। अबतक देश और विदेश में हज़ारों कविसम्मेलनों में काव्यपाठ कर चुके हैं।
 
==कम्प्यूटर और हिंदी==
 
अशोक चक्रधर जी ने [[हिंदी]] के विकास में कम्प्यूटर की भूमिका विषयक शताधिक पावर-पाइंट प्रस्तुतियां की हैं और ये हिंदी सलाहकार समिति, ऊर्जा मंत्रालय, भारत सरकार तथा हिमाचल कला संस्कृति और भाषा अकादमी, हिमाचल प्रदेश सरकार, [[शिमला]] के भूतपूर्व सदस्य रह चुके है।
 
कम्प्यूटर और हिंदी   :    हिंदी के विकास में कम्प्यूटर की भूमिका विषयक शताधिक पावर-पाइंट प्रस्तुतियां।
 
भूतपूर्व सदस्य        :    हिंदी सलाहकार समिति, ऊर्जा मंत्रालय, भारत सरकार
हिमाचल कला संस्कृति और भाषा अकादमी, हिमाचल प्रदेश सरकार, शिमला।
 
 

Revision as of 11:29, 21 September 2010

फ़िल्म और टेलीविज़न

अशोक चक्रधर जी ने फ़िल्म लेखन और अभिनय भी किया है। इन्होंने फ़िल्म जमुना किनारे (ब्रजभाषा) का लेखन, काका हाथरसी प्रोडक्शंस, 1983 के अंतर्गत किया और श्री चक्रधर जी ने डीडी-1 के धारावाहिक बोल बसंतो तथा सोनी चैनल के धारावाहिक छोटी सी आशा में अभिनय भी किया।

टेलीफिल्म / लेखन-निर्देशन
नाम विवरण
जीत गई छन्नो प्रौढ़ शिक्षा निदेशालय, भारत सरकार, 1980
मास्टर दीपचंद प्रौढ़ शिक्षा निदेशालय, भारत सरकार, 1980
झूमे बाला झूमे बाली दिल्ली दूरदर्शन केन्द्र, 1994
गुलाबड़ी दिल्ली महानिदेशालय, 1994
हाय मुसद्दी ई टी एंड टी, भारत सरकार, 1994
तीन नज़ारे ई टी एंड टी, भारत सरकार, 1995
बिटिया एन एफ डी सी, भारत सरकार 2000
वृत्तचित्र / लेखन-निर्देशन
नाम विवरण
विकास की लकीरें सैण्डिट, नई दिल्ली, 1980
पंगु गिरि लंघै फ़िल्म्स डिवीज़न, भारत सरकार, 1983
गोरा हट जा फ़िल्म्स डिवीज़न, भारत सरकार, 1985
हर बच्चा हो कक्षा पांच दूरदर्शन महानिदेशालय, भारत सरकार 1993
इस ओर है छतेरा जामिया मिलिया इस्लामिया, 2003
धारावाहिक / लेखन-निर्देशन
नाम विवरण
भोर तरंग दिल्ली दूरदर्शन केन्द्र, 1987
ढाई आखर दिल्ली दूरदर्शन केन्द्र, 1989
बुआ भतीजी दिल्ली दूरदर्शन केन्द्र, 1991
बोल बसंतो दिल्ली दूरदर्शन केन्द्र, 1997
धारावाहिक लेखन / प्रस्तुति
नाम विवरण
कहकहे दिल्ली दूरदर्शन केन्द्र, 1989
परदा उठता है दिल्ली दूरदर्शन केन्द्र, 1990
वंश आर.के. फिल्म्स, मुम्बई, 1995
अलबेला सुरमेला सी. पी. सी. दूरदर्शन केन्द्र, नई दिल्ली, 1995
फुलझड़ी एक्सप्रैस सी. पी. सी. दूरदर्शन केन्द्र, नई दिल्ली, 1996
बात इसलिए बताई एन. डी. टी. वी., 1997-98
पोल टॉप टैन ज़ी-इंडिया, 1997
न्यूज़ी काउंट डाउन ज़ी-इंडिया, 1997-98
चुनाव-चालीसा सहारा समय, 2003
वाह-वाह सब टीवी, 2004-05
चुनाव चकल्लस सहारा राष्ट्रीय, 2005
बजट-व्यंग्य सहारा राष्ट्रीय, 2004-05-06
चले आओ चक्रधर चमन में दूरदर्शन, 31 मार्च 2010 से जारी
वृत्तचित्र लेखन
नाम विवरण
बहू भी बेटी होती है फ़िल्म्स डिवीज़न, भारत सरकार, 1981
जंगल की लय ताल सैण्डिट, नई दिल्ली, 1979
साड़ियों में लिपटी सदियां सैण्डिट, नई दिल्ली, 1980
साथ-साथ चलें सैण्डिट, नई दिल्ली, 1980
ये है चारा सैण्डिट, नई दिल्ली, 1980
ग्रामोदय सैण्डिट, नई दिल्ली, 1980
ज्ञान का उजाला सैण्डिट, नई दिल्ली, 1980
वत्सी नाव सैण्डिट, नई दिल्ली, 1981
र्‌यूमैटिक हृदय रोग सैण्डिट, नई दिल्ली, 1981
घैंघा पाडुरना सैण्डिट, नई दिल्ली, 1981
ऐड्रमौण्डी टापू सैण्डिट, नई दिल्ली, 1981
छोटा नागपुर : जल और थल सैण्डिट, नई दिल्ली, 1981
लोकोत्सव सैण्डिट, नई दिल्ली, 1981
नगर विकास सैण्डिट, नई दिल्ली, 1981

आकाशवाणी

अशोक चक्रधर जी 1967 में स्वर-परीक्षण/मान्यता-प्राप्ति हैं और तब से अबतक सैकड़ों कार्यक्रमों का लेखन और प्रस्तुतिकरण कर चुके हैं।

रंगमंच

अशोक चक्रधर जी जननाट्य मंच के संस्थापक सदस्य हैं। इनका नाटक बंदरिया चली ससुराल नाटक का नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा द्वारा मंचन हो चुका है। इसके निर्देशक श्री राकेश शर्मा तथा रंगमंडल, राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय है। और श्री रंजीत कपूर के नाटक 'आदर्श हिन्दू होटल' एवं 'शॉर्टकट' के लिए गीत लेखन भी इन्होंने किया।

कविसम्मेलन

सन 1962 से 1968 तक अशोक चक्रधर जी ने बालकवि अशोक शर्मा के रूप में कविसम्मेलनों में सहभागिता की। दस वर्ष के अंतराल के बाद पुनः सन 1978 से कविसम्मेलनों की वाचिक परंपरा में वापसी हुई है। अबतक देश और विदेश में हज़ारों कविसम्मेलनों में काव्यपाठ कर चुके हैं।

कम्प्यूटर और हिंदी

अशोक चक्रधर जी ने हिंदी के विकास में कम्प्यूटर की भूमिका विषयक शताधिक पावर-पाइंट प्रस्तुतियां की हैं और ये हिंदी सलाहकार समिति, ऊर्जा मंत्रालय, भारत सरकार तथा हिमाचल कला संस्कृति और भाषा अकादमी, हिमाचल प्रदेश सरकार, शिमला के भूतपूर्व सदस्य रह चुके है।