अमिताभ बच्चन: Difference between revisions

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==प्रसिद्ध फ़िल्म==
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अमिताभ बच्चन की सबसे प्रसिद्ध फ़िल्मों में है:-  
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[[शोले]],  
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[[त्रिशुल]] ([[1978]]),  
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[[मुकद्दर का सिकंदर]],  
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[[काला पत्थर]] (1979) और  
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[[शक्ति]] ([[1982]])  
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जिनकी सफलता का श्रेय उनकी इसी छवि को जाता है, हालांकि हल्की-फुल्की हास्य फ़िल्में चुपके-चुपके ([[1976]]) और रोमांस आधारित कभी-कभी (1976) जैसी फ़िल्में अमिताभ बच्चन की बहुमुखी प्रतिभा की परिचायक हैं।  
जिनकी सफलता का श्रेय उनकी इसी छवि को जाता है, हालांकि हल्की-फुल्की हास्य फ़िल्में चुपके-चुपके ([[1976]]) और रोमांस आधारित कभी-कभी (1976) जैसी फ़िल्में अमिताभ बच्चन की बहुमुखी प्रतिभा की परिचायक हैं।  
==सर्वश्रेष्ठ अभिनेता==
==सर्वश्रेष्ठ अभिनेता==

Revision as of 06:08, 28 September 2010

अमिताभ बच्चन का जन्म 11 अक्टूबर 1942 को इलाहाबाद उत्तर प्रदेश, भारत में हुआ था। अमिताभ बच्चन भारतीय सिनेमा का महान सितारा, जो दो दशक से भी अधिक समय तक हिंदी फ़िल्म उद्योग पर छाया रहा।

अभिनय की शुरुआत

हिंदी के प्रख्यात कवि हरिवंश राय बच्चन के पुत्र अमिताभ बच्चन ने अपने अभिनय की शुरुआत ख़्वाजा अहमद अब्बास द्वारा निर्देशित फ़िल्म सात हिंदुस्तानी (1969) से की थी। लेकिन ह्रषिकेश मुखर्जी की फ़िल्म आनंद (1970) की व्यावसायिक सफलता के बाद ही लोगों का ध्यान इस शर्मीले लंबे युवक पर गया, जो जल्द ही अपने आप में एक उद्योग बनने वाला था। हालांकि उनकी कई शुरुआती फ़िल्मों में उन्हें विचारों में डूबे अकेले व्यक्ति के रूप में चित्रित किया गया, लेकिन 'ऐंग्री यंग मैन' (क्रुद्ध नौजवान) के रूप में उनकी उनकी फ़िल्मी छवि 1970 के दशक के मध्य में बनी ज़ंजीर, दीवार और शोले के माध्यम से स्थापित हुई।

प्रसिद्ध फ़िल्म

अमिताभ बच्चन की सबसे प्रसिद्ध फ़िल्मों में है:-

जिनकी सफलता का श्रेय उनकी इसी छवि को जाता है, हालांकि हल्की-फुल्की हास्य फ़िल्में चुपके-चुपके (1976) और रोमांस आधारित कभी-कभी (1976) जैसी फ़िल्में अमिताभ बच्चन की बहुमुखी प्रतिभा की परिचायक हैं।

सर्वश्रेष्ठ अभिनेता

1980 के दशक के अंतिम वर्षों तक बच्चन का जादू सिर चढ़कर बोलता रहा, जिसका लाभ उन्हें अपने संक्षिप्त राजनीतिक जीवन में भी मिला, लेकिन शहंशाह (1988) के बाद उनकी लोकप्रियता में तेज़ी से गिरावट आई। फिर भी 1990 के दशक के आरम्भिक वर्षों में उनकी तीन महत्वपूर्ण फ़िल्में- अग्निपथ, हम और ख़ुदागवाह सफल हुई। अग्निपथ के लिए अमिताभ को सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का राष्ट्रीय पुरस्कार मिला।

फ़िल्मों में वापसी

स्वेच्छा से फ़िल्मों से अलग रहने के बाद बच्चन ने मृत्युदाता (1997) के माध्यम से वापसी का प्रयास किया, लेकिन यह फ़िल्म तथा अन्य कई उत्तरवर्ती फ़िल्में इस दिशा में कमज़ोर कोशिश साबित हुईं। इसमें बहुचर्चित फ़िल्म मेजर साब (1998) भी शामिल है, जो बॉक्स ऑफ़िस पर उनके गौरव को पुनर्स्थापित करने में नाकाम रही।

सर्वाधिक लोकप्रिय एशियाई व्यक्ति

इंटरनेट पर हुए एक सर्वेक्षण में सहस्त्राब्दी का विश्व का सर्वाधिक लोकप्रिय एशियाई व्यक्ति चुने जाने के बाद लंदन के विख्यात संग्रहालय, मैडम टूसाड के वैक्स म्यूज़ियम में उनका मोम प्रतिरूप रखा गया।

सम्मान

अमिताभ बच्चन को भारत सरकार ने पद्मश्री और पद्म भूषण (2000) से सम्मानित किया है।


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