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thumb|250px|ट्रेड मार्क ट्रेड मार्क (Trade Mark) सामान्य भाषा में किसी ब्रांड नाम से प्रचलित वह दृश्य चिह्न है, जो शब्द हस्ताक्षर, नाम, उपाय/युक्ति, लेबल, अंक, रंगों के संयोजन कुछ भी हो सकता है। ट्रेड मार्क को किसी कम्पनी द्वारा अपने माल अथवा सेवाओं व अन्य वाणिज्यिक मदों को, समान माल अथवा सेवायें बनाने वाली अन्य कम्पनियों से अलग दिखाने हेतु प्रयोग किया जाता है। ट्रेड मार्क चयन के लिए आविष्कारित शब्द अथवा निर्मित शब्द सर्वश्रेष्ठ मार्क होते हैं। इसके लिए भौगोलिक नाम के चयन से बचें क्योंकि किसी को भी उस पर एकाधिकार नहीं हो सकता।

ट्रेड मार्क को अधिनियम के अंतर्गत पंजीकृत कराने हेतु विधिक अपेक्षायें निम्नवत है-

  • चयनित ट्रेड मार्क को लिखित/चित्र रूप में प्रस्तुत करने योग्य (कागज़ पर) होना अनिवार्य है।
  • इसमे एक कम्पनी के माल अथवा सेवाओं को अन्य से अलग दिखाने की क्षमता होनी चाहिये।

ट्रेड मार्क के कार्य

  • यह माल/सेवा तथा उसके मूल की पहचान कराता है।
  • यह उक्त उत्पाद की गुणवत्ता के अपरिवर्तित रहने की गारंटी लेता है।
  • यह माल/सेवाओं का विज्ञापन करता है।
  • यह माल/सेवाओं की एक छवि निर्मित करता है।

ट्रेड मार्क का लाभ

ट्रेड मार्क के पंजीकरण से उसके मालिक को पंजीकृत ट्रेड मार्क पर एकाधिकार प्राप्त हो जाता है तथा इसे जिन माल अथवा सेवाओं के संबंध में पंजीकृत किया गया है उन पर चिह्न (R) के द्वारा इंगित किया जाता है। इस एकाधिकार के अतिलंघित होने पर स्वामी देश के उपयुक्त न्यायालय में अतिलंघन से राहत की मांग कर सकता है। तथापि, यह एकाधिकार पंजी में उल्लिखित शर्तों जैसे प्रयोग हेतु सीमित क्षेत्र, इत्यादि पर आधारित होता है। यही नहीं, यदि विशेष परिस्थितियों में किन्हीं दो अथवा अधिक व्यक्तियों ने एक समान अथवा लगभग एक समान ट्रेड मार्क पंजीकृत करवा लिया हो तो ऐसे मामलों में एकाधिकार का एक-दूसरे के विरुद्ध प्रयोग नहीं किया जा सकता।