उत्तराडो साधु

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Revision as of 11:02, 2 February 2011 by प्रिया (talk | contribs) ('*दादूपंथी साधुओं के पाँच प्रकार हैं #खालसा #नागा #उत्...' के साथ नया पन्ना बनाया)
(diff) ← Older revision | Latest revision (diff) | Newer revision → (diff)
Jump to navigation Jump to search
  • दादूपंथी साधुओं के पाँच प्रकार हैं
  1. खालसा
  2. नागा
  3. उत्तराडी
  4. विरक्त
  5. ख़ाकी
  • उत्तराडी साधुओं की मंडली पंजाब में बनवारीदास ने बनाई थी।
  • इनमें बहुत से विद्वान साधु होते थे, जो कि अन्य साधुओं को पढ़ाते थे।
  • कुछ वैद्य होते थे।
  • दादूपंथी साधुओं की प्रथम तीन श्रेणियों के सदस्य जो चाहे व्यवसाय कर सकते थे। किन्तु चौथी श्रेणी, अर्थात् विरक्त न कोई पेशा कर सकते हैं, न द्रव्य छू सकते थे।
  • ख़ाकी साधु भभूत (भस्म) लपेटे रहते हैं और भाँति-भाँति की तपस्या करते हैं।
  • तीनों श्रेणियों के साधु ब्रह्मचारी होते हैं और गृहस्थ लोग सेवक कहलाते हैं।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ


वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज

                              अं                                                                                                       क्ष    त्र    ज्ञ             श्र   अः