अस्सकेनोई गण

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Revision as of 08:09, 21 March 2011 by व्यवस्थापन (talk | contribs) (Text replace - "==टीका टिप्पणी और संदर्भ==" to "{{संदर्भ ग्रंथ}} ==टीका टिप्पणी और संदर्भ==")
Jump to navigation Jump to search
  • अस्सकेनोई गण भारत पर सिकन्दर महान के आक्रमण के समय मलकंद दर्रे के निकट स्वात घाटी के एक हिस्से में रहता था।
  • उसके पास एक बड़ी सेना थी और मस्सग दुर्ग उनकी राजधानी थी।
  • यह दुर्ग प्राकृतिक दृष्टि से दुर्भेद्य था और उसकी रक्षा के लिए एक ऊँची प्राचीर और गहरी परिखा का निर्माण किया गया था।
  • अस्सकेनोई लोगों ने सिकन्दर से जमकर लोहा लिया और उनके एक तीर से सिकन्दर घायल भी हो गया।
  • लेकिन अन्त में विजय सिकन्दर की ही हुई।
  • उसने मस्सग दुर्ग पर अधिकार कर लिया और भंयकर नरसंहार के बाद अस्सकेनोई लोगों का दमन कर दिया।
  • संस्कृत में इस गण का नाम आश्वकायन अथवा अश्वक है।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ


वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज

                              अं                                                                                                       क्ष    त्र    ज्ञ             श्र   अः