हवामहल जयपुर
गुलाबी नगरी के प्रतीक के रूप में विख्यात हुए हवामहल का निर्माण सऩ 1799 में सवाई प्रताप सिंह ने करवाया था। वास्तुविद लालचन्द उसता ने केवल आठ इंच की दीवार के सहारे इस पांच मंजिले 152 खिडकियो से युक्त भवन का निर्माण किया। देशी निर्माण पद्धति से निर्मित हवामहल में प्रकाश व वायु संचार की अत्यन्त आकर्षक एवं समुचित व्यवस्था है। इस महल के पिछले हिस्से में राज्य सरकार द्वारा हवामहल संग्रहालय का संचालन किया जा रहा है। संग्रहालय में अनेक कलात्मक वस्तुएं प्रदर्शित की गई है।