दृष्टवाद
{{शब्द संदर्भ लघु |हिन्दी=एक दार्शनिक सिद्धान्त जिसमें केवल प्रत्यक्ष क्रियाओं, घटनाओं, चीजों आदि की सत्ता मानी जाती है, आत्मा, परमात्मा, स्वर्ग आदि अदृश्य चीजों की सत्ता नहीं मानी जाती। |व्याकरण=पुल्लिंग: प्रत्यक्षवाद |उदाहरण= |विशेष= |पर्यायवाची= |संस्कृत=दृष्ट सामान्यत: वाद |अन्य ग्रंथ= |संबंधित शब्द=दृष्ट, दृष्टकूट, दृष्टफल, दृष्टवत,