भगवान महावीर एवं जैन दर्शन (पुस्तक)

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Revision as of 12:37, 29 June 2013 by प्रोफेसर महावीर सरन जैन (talk | contribs) ('<!-- सबसे पहले इस पन्ने को संजोएँ (सेव करें) जिससे आपको य...' के साथ नया पन्ना बनाया)
(diff) ← Older revision | Latest revision (diff) | Newer revision → (diff)
Jump to navigation Jump to search

thumb|भगवान महावीर एवं जैन दर्शन (पुस्तक) लिंक पर क्लिक करके चित्र अपलोड करें

चित्र:Icon-edit.gif इस लेख का पुनरीक्षण एवं सम्पादन होना आवश्यक है। आप इसमें सहायता कर सकते हैं। "सुझाव"

प्रोफ़ेसर महावीर सरन जैन ने अपने " भगवान महावीर एवं जैन दर्शन " शीर्षक ग्रंथ में भगवान महावीर की धार्मिक क्रांति को विस्तार के साथ विवेचित किया है. भगवान महावीर जैन धर्म के प्रवर्तक नहीं हैं। वे प्रवर्तमान काल के चौबीसवें तीर्थंकर हैं। आपने आत्मजय की साधना को अपने ही पुरुषार्थ एवं चारित्र्य से सिद्ध करने की विचारणा को लोकोन्मुख बनाकर, भारतीय साधना परम्परा में कीर्तिमान स्थापित किया। अपने युग के संशयग्रस्त मानव-समाज को धर्म-आचरण की नवीन दिशा एवं ज्योति प्रदान की। आपने धर्म के क्षेत्र में मंगल क्रान्ति सम्पन्न की। आपने उद्‍घोष किया कि आँख मूँदकर किसी का अनुकरण या अनुसरण मत करो। आपको नया पन्ना बनाने के लिए यह आधार दिया गया है

शीर्षक उदाहरण 1

शीर्षक उदाहरण 2

शीर्षक उदाहरण 3

शीर्षक उदाहरण 4
पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ


बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख


वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज

                              अं                                                                                                       क्ष    त्र    ज्ञ             श्र   अः