अंहस्
अंहस् (नपुं.)–(अंहः-हँसी आदि) [अम्+असुन् हुक् च]
1. पाप-सहसा संहतिमंहसां विहन्तुं... अलम्[1]
2. व्याकुलता, कष्ट, चिन्ता।-पति, अंहस्पति (पुल्लिंग)-1. चिंता या पाप का स्वामी, 2. मलमास। -पत्य (नं.) चिंता या कष्ट के ऊपर विजय पाना।[2]
- REDIRECTसाँचा:इन्हें भी देखें
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
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