Difference between revisions of "चीतल"

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[[चित्र:Chital.jpg|thumb|250px|चीतल<br />Chital]]
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चीतल हिरण का एक सुंदर रूप है। जिसकी लंबाई 150 सेंटीमीटर, कंधे तक की ऊँचाई 90 सेंटीमीटर और वयस्क हिरण का वज़न लगभग 85 किलो होता है। चीतल की खाल भूरापन लिए [[पीला रंग|पीला]] होता है, जिसमें [[सफ़ेद रंग|सफ़ेद]] चिकत्ते होते हैं, जो उनकी पहचान हैं।
 
==राष्ट्रीय तृणभक्षिय प्राणी==
 
==राष्ट्रीय तृणभक्षिय प्राणी==
चीतल राष्ट्रीय उद्यान के सबसे सुंदर और सबसे बहुसंख्यक तृणभक्षियों में से एक है। वह मुख्यतः घास चरता है और कभी-कभी बांस के कोंपल, झाड़ियाँ, नवांकुरित पत्ते और विभिन्न प्रकार के [[भारत के फल|फल]] खाता है। चीतल कान्हा नेशनल पार्क के पारिस्थितिक-तंत्र के बड़े-बड़े झुंडों में रहने वाले वन्य प्राणियों में से एक है। मैदानों में चीतलों के बहुत बड़े-बड़े झुंड़ देखने में आते हैं।  
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चीतल राष्ट्रीय उद्यान के सबसे सुंदर और सबसे बहुसंख्यक तृणभक्षियों में से एक है। वह मुख्यतः घास चरता है और कभी-कभी बांस के कोंपल, झाड़ियाँ, नवांकुरित पत्ते और विभिन्न प्रकार के [[भारत के फल|फल]] खाता है। चीतल [[कान्हा नेशनल पार्क]] के [[पारिस्थितिक तंत्र|पारिस्थितिक-तंत्र]] के बड़े-बड़े झुंडों में रहने वाले वन्य प्राणियों में से एक है। मैदानों में चीतलों के बहुत बड़े-बड़े झुंड़ देखने में आते हैं।  
 
==दिवाचर प्राणी==
 
==दिवाचर प्राणी==
चीतल की खाल भूरापन लिए [[पीला रंग|पीला]] होता है, जिसमें [[सफेद रंग|सफेद]] चिकत्ते होते हैं, जो उनकी पहचान हैं। चीतल दिवाचर प्राणी है जो मैदानों में और जंगल के किनारे झुंडों में विचरते हैं। वह बड़ी तेजी से प्रजनन करता है।  
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चीतल दिवाचर प्राणी है जो मैदानों में और जंगल के किनारे झुंडों में विचरते हैं। वह बड़ी तेज़ीसे प्रजनन करता है।  
 
==गर्भाधान काल==
 
==गर्भाधान काल==
 
चीतर का गर्भाधान काल 6 महीने का होता है। केवल नरों में शृंगाभ होते हैं जो [[अगस्त]] [[सितंबर]] में गिराए जाते हैं। बरसात के मौसम में शृंगाभ मखमली अवस्था में रहते हैं। चीतल के सूंघने की शक्ति प्रबल होती है।  
 
चीतर का गर्भाधान काल 6 महीने का होता है। केवल नरों में शृंगाभ होते हैं जो [[अगस्त]] [[सितंबर]] में गिराए जाते हैं। बरसात के मौसम में शृंगाभ मखमली अवस्था में रहते हैं। चीतल के सूंघने की शक्ति प्रबल होती है।  
==निवास स्थान==
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==निवास स्थान==
चीतल आरक्ष के निम्नलिखित क्षेत्रों में दिखाई देते हैं।
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चीतल आरक्ष के निम्नलिखित क्षेत्रों में दिखाई देते हैं-
सौंफ मैदान, रौंदा मैदान, कन्हारी मैदान, श्रवण ताल मैदान, फाटक नाला (कान्हा परिक्षेत्र)
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*सौंफ मैदान, रौंदा मैदान, कन्हारी मैदान, श्रवण ताल मैदान, फाटक नाला (कान्हा परिक्षेत्र)
किसली मैदान, बलारीबेहरा, चुप्पे मैदान, भाप्स बांध, सिल्यारी तालाब, चमारीघाटी, संदूकखोल (किसली परिक्षेत्र)  
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*किसली मैदान, बलारीबेहरा, चुप्पे मैदान, भाप्स बांध, सिल्यारी तालाब, चमारीघाटी, संदूकखोल (किसली परिक्षेत्र)
मुक्की, सोंढ़र, मवाईखेड़ा, ओवारी, घोरेला, बिशनपुरा (मुक्की परिक्षेत्र) पीपरवाड़ा, कुसेरा, सूपखार (सूपखार परिक्षेत्र)
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*मुक्की, सोंढ़र, मवाईखेड़ा, ओवारी, घोरेला, बिशनपुरा (मुक्की परिक्षेत्र) पीपरवाड़ा, कुसेरा, सूपखार (सूपखार परिक्षेत्र)
अडवार, कटोलडीह (भैंसानघाट परिक्षेत्र)
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*अडवार, कटोलडीह (भैंसानघाट परिक्षेत्र)
 
   
 
   
 
 
 
 
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==संबंधित लेख==
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Latest revision as of 08:19, 10 February 2021

thumb|250px|chital
Chital
chital hiran ka ek suandar roop hai. jisaki lanbaee 150 seantimitar, kandhe tak ki ooanchaee 90 seantimitar aur vayask hiran ka vazan lagabhag 85 kilo hota hai. chital ki khal bhoorapan lie pila hota hai, jisamean safed chikatte hote haian, jo unaki pahachan haian.

rashtriy trinabhakshiy prani

chital rashtriy udyan ke sabase suandar aur sabase bahusankhyak trinabhakshiyoan mean se ek hai. vah mukhyatah ghas charata hai aur kabhi-kabhi baans ke koanpal, jha diyaan, navaankurit patte aur vibhinn prakar ke phal khata hai. chital kanha neshanal park ke paristhitik-tantr ke b de-b de jhuandoan mean rahane vale vany praniyoan mean se ek hai. maidanoan mean chitaloan ke bahut b de-b de jhuan d dekhane mean ate haian.

divachar prani

chital divachar prani hai jo maidanoan mean aur jangal ke kinare jhuandoan mean vicharate haian. vah b di tezise prajanan karata hai.

garbhadhan kal

chitar ka garbhadhan kal 6 mahine ka hota hai. keval naroan mean shriangabh hote haian jo agast sitanbar mean girae jate haian. barasat ke mausam mean shriangabh makhamali avastha mean rahate haian. chital ke sooanghane ki shakti prabal hoti hai.

nivas sthan

chital araksh ke nimnalikhit kshetroan mean dikhaee dete haian-

  • sauanph maidan, rauanda maidan, kanhari maidan, shravan tal maidan, phatak nala (kanha parikshetr).
  • kisali maidan, balaribehara, chuppe maidan, bhaps baandh, silyari talab, chamarighati, sandookakhol (kisali parikshetr).
  • mukki, soandhar, mavaeekhe da, ovari, ghorela, bishanapura (mukki parikshetr) piparava da, kusera, soopakhar (soopakhar parikshetr).
  • adavar, katoladih (bhaiansanaghat parikshetr).


panne ki pragati avastha
adhar
prarambhik
madhyamik
poornata
shodh

tika tippani aur sandarbh

sanbandhit lekh

  1. REDIRECT saancha:jiv jantu