Difference between revisions of "शाहजहाँनाबाद"

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search
[unchecked revision][unchecked revision]
 
Line 1: Line 1:
'''शाहजहाँनाबाद''' (वर्तमान पुरानी [[दिल्ली]]) नगर की नींव 1638 ई. में [[मुग़ल]] बादशाह [[शाहजहाँ]] ने डाली थी। शाहजहाँ ने अपनी राजधानी को [[आगरा]] से [[दिल्ली]] लाने के लिए [[यमुना नदी]] के दाहिने तट पर इस नगर को स्थापित किया था।
+
'''शाहजहाँनाबाद''' (वर्तमान पुरानी [[दिल्ली]]) नगर की नींव 1638 ई. में [[मुग़ल]] बादशाह [[शाहजहाँ]] ने डाली थी। शाहजहाँ ने अपनी राजधानी को [[आगरा]] से [[दिल्ली]] लाने के लिए [[यमुना नदी]] के दाहिने तट पर इस नगर को स्थापित किया था। शाहजहाँनाबाद, दिल्ली शहर की सातवीं [[मुस्लिम]] नगरी थी।
  
 
*बादशाह शाहजहाँ ने इस नगर में चतुर्भुज आकार का ‘लाल क़िला’ नामक एक क़िले का निर्माण करवाया, जिसका निर्माण कार्य 1648 ई. में पूर्ण हुआ।
 
*बादशाह शाहजहाँ ने इस नगर में चतुर्भुज आकार का ‘लाल क़िला’ नामक एक क़िले का निर्माण करवाया, जिसका निर्माण कार्य 1648 ई. में पूर्ण हुआ।
 
*लगभग एक करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला [[लाल क़िला दिल्ली|दिल्ली का लाल क़िला]], हमीद एवं अहमद नामक दो वास्तुकारों के निरीक्षण में बनकर तैयार हुआ था।
 
*लगभग एक करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला [[लाल क़िला दिल्ली|दिल्ली का लाल क़िला]], हमीद एवं अहमद नामक दो वास्तुकारों के निरीक्षण में बनकर तैयार हुआ था।
*क़िले के पश्चिमी दरवाज़े का नाम ‘लाहौरी दरवाज़ा’ एवं दक्षिणी दरवाज़े का नाम ‘दिल्ली दरवाज़ा’ है। क़िला 3100 फीट लम्बा एवं 1650 फीट चैड़ा है।
+
*1650-1656 के बीच यहाँ [[जामा मस्जिद दिल्ली|जामा मस्जिद]] का निर्माण करवाया गया।
 +
*शाहजहाँनाबाद के चारों तरफ़ क्वार्टजाइट पत्थर की एक चहार दिवारी बनवाई गई थी, जिसके चारों तरफ़ मुख्य द्वार- 'दिल्ली गेट', 'कश्मीरी गेट', 'अजमेरी गेट' और 'लाहौरी गेट' के नाम से लगे हुए थे।
  
 
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1|माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}
 
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1|माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}

Latest revision as of 05:26, 9 September 2012

shahajahaannabad (vartaman purani dilli) nagar ki nianv 1638 ee. mean mugal badashah shahajahaan ne dali thi. shahajahaan ne apani rajadhani ko agara se dilli lane ke lie yamuna nadi ke dahine tat par is nagar ko sthapit kiya tha. shahajahaannabad, dilli shahar ki satavian muslim nagari thi.

  • badashah shahajahaan ne is nagar mean chaturbhuj akar ka ‘lal qila’ namak ek qile ka nirman karavaya, jisaka nirman kary 1648 ee. mean poorn hua.
  • lagabhag ek karo d rupaye ki lagat se banane vala dilli ka lal qila, hamid evan ahamad namak do vastukaroan ke nirikshan mean banakar taiyar hua tha.
  • 1650-1656 ke bich yahaan jama masjid ka nirman karavaya gaya.
  • shahajahaannabad ke charoan taraf kvartajait patthar ki ek chahar divari banavaee gee thi, jisake charoan taraf mukhy dvar- 'dilli get', 'kashmiri get', 'ajameri get' aur 'lahauri get' ke nam se lage hue the.


panne ki pragati avastha
adhar
prarambhik
madhyamik
poornata
shodh

tika tippani aur sandarbh

sanbandhit lekh