अग्निधर्म -कन्हैयालाल नंदन: Difference between revisions

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अंगारे को तुमने छुआ
अंगारे को तुमने छुआ और हाथ में फफोला नहीं हुआ।
और हाथ में फफोला नहीं हुआ
इतनी सी बात पर अंगारे पर तोहमत मत लगाओ॥
इतनी सी बात पर
अंगारे पर तोहमत मत लगाओ।


जरा तह तक जाओ
जरा तह तक जाओ, आग भी कभी-कभी आपद्धर्म निभाती है।
आग भी कभी-कभी
और जलने वाले की क्षमता देखकर जलाती है॥
आपद्धर्म निभाती है
और जलने वाले की क्षमता देखकर जलाती है।
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Latest revision as of 05:30, 14 December 2011

अग्निधर्म -कन्हैयालाल नंदन
कवि कन्हैयालाल नंदन
जन्म 1 जुलाई, 1933
जन्म स्थान फतेहपुर ज़िले के परसदेपुर गांव, उत्तर प्रदेश
मृत्यु 25 सितंबर, 2010
मृत्यु स्थान दिल्ली
मुख्य रचनाएँ लुकुआ का शाहनामा, घाट-घाट का पानी, आग के रंग आदि।
बाहरी कड़ियाँ आधिकारिक वेबसाइट
इन्हें भी देखें कवि सूची, साहित्यकार सूची
कन्हैयालाल नंदन की रचनाएँ

अंगारे को तुमने छुआ और हाथ में फफोला नहीं हुआ।
इतनी सी बात पर अंगारे पर तोहमत मत लगाओ॥

जरा तह तक जाओ, आग भी कभी-कभी आपद्धर्म निभाती है।
और जलने वाले की क्षमता देखकर जलाती है॥













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