अतिप्रबंध:
अतिप्रबंधः [अतिशयितः प्रबन्धः-प्रा. स.] निर-वच्छिन्नता, अत्यंत सातत्य, बिल्कुल लगा होना; प्रहितास्त्रवृष्टिभिः-रघुवंश 3/58[1]
- REDIRECTसाँचा:इन्हें भी देखें
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश |लेखक: वामन शिवराम आप्टे |प्रकाशक: कमल प्रकाशन, नई दिल्ली-110002 |पृष्ठ संख्या: 22 |
संबंधित लेख