अपरिग्रह:

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अपरिग्रहः [न. ब.]

  • जिसके पास न कोई सामान हो, न नौकर चाकर; जो सब प्रकार से हीन हो-निराशीरपरिग्रहः,-हः (पुल्लिंग) 1. अस्वीकृति, इंकारी 2. दरिद्रता, गरीबी।[1]


  1. REDIRECTसाँचा:इन्हें भी देखें


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश |लेखक: वामन शिवराम आप्टे |प्रकाशक: कमल प्रकाशन, नई दिल्ली-110002 |पृष्ठ संख्या: 66 |

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