अररे
अररे (अव्य.) [अर+रा+के]
- (क) बड़े उतावलेपन (ख) तथा घृणा और अवज्ञा को प्रकट करने वाला संबोधन बोधक अव्यय-अररे महाराजं प्रति कुतः क्षत्रियाः-गण. ।[1]
- REDIRECTसाँचा:इन्हें भी देखें
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
संबंधित लेख
अररे (अव्य.) [अर+रा+के]
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