अलगर्द:
अलगर्दः (पुल्लिंग) [लगति स्पृशति इति लग्+क्विप्, लग् अर्दयति इति अर्दू+अच्, स्पृशन् सन्, अर्दो न भवति]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश |लेखक: वामन शिवराम आप्टे |प्रकाशक: कमल प्रकाशन, नई दिल्ली-110002 |पृष्ठ संख्या: 110 |
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