अपमृषित
अपमृषित (विशेषण) [अप+मृष्+क्त]
- 1. जो समझ में न आ सके, अस्पष्ट जैसे कि कोई वाक्य या वक्तृता
- 2. जो सह्य न हो, जिसे कोई पसन्द न करे।[1]
- REDIRECTसाँचा:इन्हें भी देखें
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
संबंधित लेख
अपमृषित (विशेषण) [अप+मृष्+क्त]
|
|
|
|
|