अवट:

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search

अवट: (पुल्लिंग) [अव्‌+अटन्‌]

1. विवर, गुफा

2. गर्त-अवटे चापि मे राम प्रक्षिपेमं कलेवरं, अवटे ये निधियंते[1]

3. कुआँ

4. शरीर का कोई दबा हुआ या नीचा भाग, नाड़ीव्रण,-अवट-श्चैवमेतानि स्थानान्यत्र शरीरके[2]

5. बाजीगर

समस्त पद-कच्छप: गढ़े में घुसा हुआ कछुवा (आलंकारिक) अनुभवशून्य, जिसने संसार का कुछ न देखा हो।[3]


  1. REDIRECTसाँचा:इन्हें भी देखें


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. रामायण
  2. याज्ञवल्यस्मृति 3/98
  3. संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश |लेखक: वामन शिवराम आप्टे |प्रकाशक: कमल प्रकाशन, नई दिल्ली-110002 |पृष्ठ संख्या: 116 |

संबंधित लेख


वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज

                              अं                                                                                                       क्ष    त्र    ज्ञ             श्र   अः