अहे (है) तुक

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Jump to navigation Jump to search

अहे (है) तुक (विशेषण) [नञ्‌ बहुव्रीहि समास कप्]

  • निराधार, निष्कारण, निष्प्रयोजन[1][2]


  1. REDIRECTसाँचा:इन्हें भी देखें


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. -भम. 18/22
  2. संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश |लेखक: वामन शिवराम आप्टे |प्रकाशक: कमल प्रकाशन, नई दिल्ली-110002 |पृष्ठ संख्या: 145 |

संबंधित लेख


वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज

                              अं                                                                                                       क्ष    त्र    ज्ञ             श्र   अः