आकीर्ण
आकीर्ण (विशेषण) [भूतकालिक कर्मणि कृदन्त (क्त्)] [आ+कृ+क्त]
- बिखरा हुआ, फैला हुआ, भरा हुआ, व्याप्त, संकुल-खचाखच भरा हुआ, परिपूर्ण, भरपूर-जनाकीर्ण मन्ये हुतवहपरीतं गृहमिव[1] आकीर्णमृषिपत्नीनामुटजद्वाररोधिभिः[2][3]
- REDIRECTसाँचा:इन्हें भी देखें
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
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